Ear diseases and treatment in hindi: कान में दर्द होना काफी आम है लेकिन कई बार इस दर्द के अधिक बढ़ जाने के कारण इसे सहन कर पाना मुश्किल हो जाता है। कान में दर्द होने या फिर इन्फेक्शन होने के कई कारण हो सकते हैं। ये समस्या वायरस, फंगल इन्फेक्शन के कारण भी हो सकता है। कई बार समस्या नॉर्मल होती है लेकिन, कई बार ये काफी गंभीर होती है जिसके लिए हमे डॉक्टर के पास भी जाना पड़ सकता है। कई घरेलू उपचार हैं जिनकी मदद से हम कानों से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं।
कान के रोग
कान में इन्फेक्शन
कान में फोड़े
टिनिटस
कणकवता (ओट माइकोसिस)
मेनियर रोग
स्वीमर्स ईयर
सर्दी-जुकाम की समस्या होने के कारण
कान दर्द के उपचार
कान की समस्याओं को ठीक करे आम के पत्ते |Mango leaves to cure ear problems
आम का पत्ता आपकी कान दर्द की समस्या से निजात दिला सकता है। कान दर्द होने पर आम के पत्तियों के रस का इस्तेमाल करें। इसके लिए आम की पत्तियों के रस निकाल लें और गर्म कर जिस कान में दर्द हो रहा है उसमें डाल ले। दिन में एक दो बार ऐसा करने से दर्द के साथ ही इंफेक्शन भी दूर हो सकता है।
एप्पल साइडर विनेगर का इस्तेमाल (Use Apple Cider Vinegar in ear infection)
एप्पल साइडर विनेगर कई सारी समस्याओं में काम आता है। कान से जुड़ी समस्याओं में भी एप्पल साइडर विनेगर लाभ पहुंचा सकता है। इसके लिए हल्के गुनगुने पानी में बराबर की मात्रा में एप्पल साइडर विनेगर को मिला लें और दर्द वाले कान में डाल लें। धीरे-धीरे दर्द से आराम मिल जाएगा।
नीम की पत्तियां (uses of neem leaves)
नीम की पत्तियों किसी जड़ी-बूटी से कम नहीं हैं। नीम का हर एक भाग आयुर्वेद अपने इस्तेमाल में लेता है। कान दर्द की भी समस्या में नीम की पत्तियां काम आ सकती हैं। इसके लिए नीम की पत्तियों के रस को निकाल कर गर्म कर लें और ठंडा होने के बाद कान में डाल लें। दर्द दूर होने के साथ ही इंफेक्शन की भी समस्या से राहत मिल जाएगा।
पिपरमेंट (peppermint for ear diseases)
कान में संक्रमण की समस्या से निजात पाने के लिए पिपरमेंट के तेल का इस्तेमाल करना लाभकारी साबित हो सकता है। जिस कान में दर्द है उसमें पिपरमेंट की ताजी पत्तियों के रस को गर्म कर डालने से राहत मिल सकता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।