एंग्जायटी से बचने के आसान तरीके, जानिए विस्तार से: मानसिक स्वास्थ्य

Easy ways to avoid anxiety, know in detail: Mental health
एंग्जायटी से बचने के आसान तरीके, जानिए विस्तार से: मानसिक स्वास्थ्य

ऐसा माना जाता है, की जब तक इंसान अपने जीवन के "डार्क-साइड" को स्वीकारता नही है, तब तक वो अपने अंदर ही अंदर चीज़ों का विरोध चालू रखता है. जिसका कारण ख़राब मानसिक स्वास्थ भी है. चलिए अब मैं आपको आपके बेहतर मानसिक स्वास्थ के लिए कुछ ज़रूरी बातें बतलाती हूँ.

जो आपके जीवन के लिए लाभकारी साबित होंगी. ये एक बेहद बुनियादी बात है. इंसान अपनी अच्छी बातों को स्वीकार लेता है, पर अपने द्वारा हुई गलत और अनचाही बातों को नही स्वीकारता और हमेशा उससे पीछा छुड़ाने के प्रयास में लगा रहेता है. ये एक आम बात है पर गंभीर बात है. हमे खुद को स्वीकारना होगा तभी हम आगे भी बढ़ पाएंगे. जब हम खुद को आगे बढ़ता देखेंगे तभी खुश रह पायंगे.

इसे कैसे रोक सकतें हैं?

चिंताओं को रोकना अपने आप में बहुत बड़ा चैलेंज है, लेकिन हम इसे पूरी तरीके से समाप्त नहीं कर सकते इस बात को हमें मान लेना होगा, पर एक काम जो हम सब कर सकते हैं. अपने जीवन में चिंताओं पर काम कर सकते हैं अगर हम अपने जीवन में सही ढंग से अपनी चिंताओं का मैनेजमेंट कर दे तो जितनी गंभीर रूप से वह हमें चोट पहुंचतीं आईं हैं और आगे भी पहुंचा सकती है उस पर हम काबू कर लेंगे.

निम्नलिखित पर ध्यान दें:

1. दोस्तों के साथ समय बिता सकते हैं

2. हम खाना खाने का समय और मात्रा निर्धारित कर सकते हैं

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3. शराब, धूम्रपान और दूसरे प्रकार के पदार्थों का सेवन हमें रोकना होगा

4. अच्छी नींद इसमें कारगर होगी

5. रोज एक बार किया गया व्यायाम ना ही सिर्फ हमारे शारीरिक स्वास्थ्य बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए जरूरी है.

6. चिंता होने पर गहरी-गहरी सांस ले सकते हैं

7. आप जीवन में अपना सबसे बेस्ट करने की हमेशा कोशिश रखें ये आपको चिंता मुक्त रखेगा

ये जान कर आप हैरान हो सकतें है. ऐसा डॉक्टर्स का कहना है की, यदि आप अपने जीवन में अवसाद यानि डिप्रेशन की अनुभूति कर रहें हैं तो आपको सतर्क रहेना चाहए और साथ ही गंभीर मामलों मे तुरांत ही किसी डॉक्टर से संपर्क भी साधना चाहिए. ये कोई आम समस्या या बुखार नही है, ये आपको परमानेंट ब्रेन डैमेज दे सकता है. मस्तिष्क की मरम्मत या खुद को बदलने की क्षमता केवल दो क्षेत्रों तक ही सीमित नहीं है।

इसके बजाय, जब कॉर्टेक्स की एक वयस्क मस्तिष्क कोशिका घायल हो जाती है, तो एक भ्रूण कॉर्टिकल न्यूरॉन में वापस आ जाती है। सबसे रोमांचक और महत्वपूर्ण हालिया खोजों में से एक यह है कि मस्तिष्क कोशिकाएं आपके पूरे जीवन में पुन: उत्पन्न होती हैं।

चिंता से पीढित
चिंता से पीढित

धुम्रपान , उच्च रक्तचाप और मधुमेह तीन संवहनी जोखिम कारक हैं, जो मस्तिष्क शोष और ग्रे और सफेद मस्तिष्क पदार्थ दोनों के नुकसान के सबसे सुसंगत संबंध हैं। वास्तव में, उच्च कोलेस्ट्रॉल को छोड़कर सभी जोखिम कारक कुछ हद तक मस्तिष्क स्वास्थ्य में गिरावट से जुड़े हुए होते हैं.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

Edited by वैशाली शर्मा
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