जीभ (Tongue) सिर्फ स्वाद के लिए नहीं होती बल्कि जीभ को देख कर ये पता लगाया जा सकता है कि सेहत कितनी अच्छी है या कितनी बुरी। जब हम डॉक्टर के पास भी जाते हैं, तो सबसे पहले डॉक्टर जीभ देखते हैं जिससे पता लगता है कि शरीर में क्या समस्या है। आप भी घर पर खुद की जीभ को देख कर इस बात का पता कर सकते हैं कि आप कितने स्वस्थ हैं। आइए जानते हैं जीभ के रंग से सेहत का हाल।
जीभ के रंग से मालूम चलेगा सेहत का हाल, आज ही पहचाने -Jeebh Ke Rang Se Maloom Chalega Sehat Ka Haal, Aaj Hi Pachane In Hindi
यदि जीभ का रंग हल्का गुलाबी और उस पर दाग धब्बे नहीं हैं तो यह स्वस्थ जीभ की निशानी होती है।
जीभ पर सफेद रंग की मोटी परत का मतलब है खराब पाचन digestion और एसिडिटी acidity। यह वायरल इंफेक्शन का भी इशारा हो सकता है।
अगर जीभ चमकते लाल रंग की होती है, तो मतलब बुखार, संक्रमण या अंदरूनी चोट हो सकता है और ये विटामिन बी और आयरन की कमी का भी संकेत हो सकता है।
जीभ पर यदि पीले रंग की परत होती है, तो सर्दी, वायरल इंफेक्शन viral infection, आंतों की समस्या और अपच का संकेत देती है।
जीभ में छोटे-छोटे दरार जैसे निशान दिखाई दें तो समझ लें कि आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रभावित हुई है। आप अपने डॉक्टर से परामर्श लें।
जब जीभ बैंगनी या नीले रंग की हो जाती है, तो दवाओं का साइड इफेक्ट होता है। अगर जीभ का रंग ऐसा है तो यह विटामिन बी 2 Vitamin B2 की कमी, शरीर में दर्द body pain और सूजन swelling का संकेत है। इसके अलावा यह नर्वस सिस्टम में गड़बड़ी का भी संकेत करता है।
जीभ का रंग हल्का पीला होना मतलब खून की कमी Anaemia, आंतों की सूजन, पीलिया, कमजोरी, थकान या नींद की कमी हो सकती है।
बच्चों में बड़ी जीभ का मतलब है थायराइड की समस्या हो सकती है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।