एक अच्छे स्वास्थ्य के लिए भरपूर नींद लेना बहुत जरूरी होता है। लेकिन अगर आप 8 घंटे से ज्यादा सोते हैं, तो यह स्वास्थ्य पर बुरा असर डालते हैं। नींद कम आने की बीमारी को इनसोमनिया (Insomnia) कहते हैं, इसी तरह नींद ज्यादा आने की बीमारी को हाइपरसोमनिया (Hypersomnia) कहा जाता है। एक अच्छे स्वास्थ्य के लिए 7-8 घंटे तक की नींद लेना जरूरी होता है। लेकिन अगर आप इससे ज्यादा सोते हैं, तो कई आप कई बीमारियों के शिकार हो सकते हैं। जानिए ज्यादा सोने की वजह से कौन-कौन सी बीमारी हो सकती है।
ज्यादा सोते हैं तो हो जाएं सावधान, बन सकते हैं इन बीमारियों का शिकार ( Jyada Sone Se Ho Sakti Hai Ye Bimari In Hindi)
मोटापे के हो सकते हैं शिकार
ज्यादा सोने की वजह से आप मोटापे के शिकार हो सकते हैं। क्योंकि ज्यादा सोने की वजह से कैलोरी बर्न नहीं होती है। कहते हैं कि मोटापा अपने आप में ही बुरी चीज है। क्योंकि मोटापा कई बीमारियों की जड़ होता है। इसलिए एक अच्छे स्वास्थ्य के लिए ज्यादा से ज्यादा 8 घंटे की नींद लेना चाहिए।
दिल की बीमारी का बढ़ता है खतरा
ज्यादा सोने की वजह से दिल की बीमारी (Heart Disease) होने का खतरा बढ़ता है। एक रिसर्च के अनुसार अगर कोई 9-10 घंटे की नींद लेता है, तो इससे दिल की बीमारी होने का 40 प्रतिशत खतरा बढ़ जाता है। साथ ही ज्यादा सोने की वजह से हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ता है।
सिर दर्द की हो सकती है शिकायत
ज्यादा सोने की वजह से सिर दर्द (Headache) या माइग्रेन की शिकायत हो सकती है। क्योंकि देर तक सोने से दिमाग पर इसका उल्टा असर पड़ता है।
डायबिटीज होने की बढ़ती है संभावना
ज्यादा सोने की वजह से डायबिटीज (Diabetes) का खतरा बढ़ सकता है। अगर कोई व्यक्ति 8 घंटे से ज्यादा सोता है, तो इससे शुगर लेवल बढ़ सकता है।
कमजोरी होती है महसूस
ज्यादा सोने की वजह से सुस्ती और आलस आता है। जिसकी वजह से डिप्रेशन का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही ज्यादा सोने की वजह से दिनभर कमजोरी (Weakness) भी महसूस होती है। क्योंकि ज्यादा सोने की वजह से शरीर में एनर्जी की कमी हो जाती है।
कमर दर्द की हो सकती है शिकायत
ज्यादा सोने की वजह से कमर दर्द (Back pain) की शिकायत हो सकती है। क्योंकि लंबे समय तक सोने से बिस्तर पर पीठ अकड़ जाती है। जिसकी वजह से दर्द की शिकायत हो जाती है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।