केसर (Saffron) को सभी मसालों का राजा कहा जाता है। इसे जाफरान के नाम से भी जानते हैं। यह दुनियाभर में सबसे कीमती मसालों में से एक है। यह कई फ्लेवर में पाया जाता है और स्वास्थ्य के लिए काफी लाभकारी होता है। केसर के फायदे के अलावा केसर अपने विशिष्ट स्वाद और औषधीय गुणों के कारण बाजार में काफी महंगा बिकता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि केसर में डेढ़ सौ से भी ज्यादा ऐसे यौगिक पाए जाते हैं जो हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। हमारे देश में केसर जम्मू-कश्मीर में अक्टूबर से फरवरी के बीच बड़ी मात्रा में उगाया जाता है।
इस लेख में आपको केसर से होने वाले फायदें और नुकसान के बारे में बताया गया है :-
केसर के फायदे और नुकसान : Kesar Ke Fayde Aur Nuksan In Hindi
केसर के फायदे :- Benefits of saffron
कैंसर से बचाव में (Prevents Cancer)
केसर कैंसर के जोखिम को रोकने में काफी प्रभावशाली है। केसर में क्रोसिन नामक यौगिक पाया जाता है जो कोलोरेक्टल कैंसर सेल को बढ़ने से रोकता है। इसके अलावा यह हिपैटिक, स्किन कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर से भी हमारी सुरक्षा करता है।
अर्थराइटिस के इलाज में (Cures Arthritis)
सैफ्रॉन में पाये जाने वाला क्रोसेटिन मस्तिष्क में ऑक्सीजेनेशन को बढ़ाता है। जिसके परिणामस्वरूप अर्थराइटिस के इलाज में काफी आसानी हो जाती है। केसर की एक विशेष किस्म गठिया या वात रोग में राहत प्रदान करती है। हालांकि केसर का उपयोग लीवर, किडनी और बोन मैरो की बीमारी से जूझ रहे बुजुर्ग मरीजों तथा गर्भवती महिला को नहीं करना चाहिए।
याददाश्त ठीक रखने में (Brain Health)
औषधीय गुणों से भरपूर केसर दिमाग को स्वस्थ रखता है और यादाश्त भी बेहतर बनाता है। एक स्टडी में पता चला है कि नियमित रूप से 30 ग्राम केसर का सेवन करने से अल्जाइमर से पीड़ित मरीजों के स्वास्थ्य में सुधार होता है। केसर में मौजूद क्रोसिन और एथनॉलिक मूड को काफी हद तक ठीक रखने में मदद करता है। यह सिजोफ्रेनिया से ग्रसित मरीजों के इलाज में भी काफी फायदेमंद साबित होता है। केसर न्यूरोटॉक्सिक प्रभाव को कम करता है और डोपामिन एवं ग्लूटामेट नामक न्यूरोट्रांसमिटर के उत्पादन को बढ़ाता है जिससे की हमारी यादाश्त में सुधार होता है।
केसर के नुकसान :- Side effects of saffron
प्रेगनेंसी में (Pregnant and Lactating Women)
बच्चे को दूध पिलाने वाली मां को भी केसर का सेवन करने से परहेज करना चाहिए। अधिक मात्रा में केसर का सेवन करने से गर्भाशय संकुचित हो जाता है। जिससे की प्रेगनेंट महिला में गर्भपात होने का खतरा बना रहता है। डॉक्टर भी प्रेगनेंट महिलाओं को केसर का सेवन न करने की सलाह देते हैं। बाजार में बिकने वाले केसर में कृत्रिम कलर एजेंट मिले होते हैं जो बच्चे को ब्रेस्ट फीडिंग कराने पर दूध के जरिए बच्चे के शरीर में चला जाता है। यह बच्चे के सेहत के लिए खतरनाक है।
केसर के नुकसान से त्वचा पीली पड़ जाती है (Pale skin)
केसर का अधिक मात्रा में सेवन यानी 5grams से अधिक सेवन करना सेहत के लिए काफी खतरनाक हो सकता है और केसर के नुकसान का असर आपकी स्किन पर दिखने लगता है। अगर आप दस से बीस ग्राम नियमित रूप से केसर का सेवन करते हैं तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए और अपने डॉक्टर के परामर्श के बाद इसका सेवन करना चाहिए।
हृदय रोगियों के लिए खतरनाक (Harmful for heart patient)
केसर भी आवेगी और उत्तेजित व्यवहार को ट्रिगर कर सकता है, इसलिए द्विध्रुवी विकार से पीड़ित लोगों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए। निम्न रक्तचाप के रोगियों और हृदय रोग से पीड़ित रोगियों को केसर से बचना चाहिए।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।