भारत में जड़ी-बूटी को महत्व दिया जाता आ रहा है। इसमें गुग्गुल भी आता है। गुग्गुल एक वृक्ष है, इस पेड़ से गोंद प्राप्त की जाती है, जिस औषधि के रूप में उपयोग किया जाता है। भारत में गुग्गुल का पेड़ प्रमुख रूप से पाया जाता है। गुग्गुल का वैज्ञानिक नाम कमिफोरा वाइटी (commiphora whitey) है। इसमें मौजूद विटामिन, मिनरल, एंटी-ऑक्सीडेंट, क्रोमियम आदि जैसे गुण होते हैं जो इसे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद बनाते हैं। गुग्गुल के इस्तेमाल से कई बीमारियों से बचाव किया जा सकता है। इससे जोड़ो का दर्द, सूजन, दर्द, पथरी, बवासीर पुरानी खांसी, पेट की गैस, दमा, फेफड़े की सूजन आदि बीमारियों को दूर कर सकते है। इस लेख में गुग्गुल के औषधीय गुण और लाभ बताएं गए हैं। विस्तार से जानकारी प्राप्त करने के लिए आगे पढ़ें।
गुग्गुल के औषधीय गुण और लाभ
1. जोड़ो का दर्द (Cures Joint Pain)
आर्थराइटिस जोड़ों के दर्द की समस्या को कहा जाता है। यह शरीर के वात दोष बढ़ने की वजह से हो सकता है। गुग्गुल का सेवन करने से जोड़ो के दर्द और सूजन की समस्या में आराम मिलता है।
2. सूजन और दर्द कम करने के लिए (Reduces Swelling and Pain)
सूजन और दर्द की समस्या वात दोष बढ़ने के कारण होती है। गुग्गुल का सेवन शरीर से सूजन और दर्द कम करने की क्षमता रखता है।
3. त्वचा के लिए (Good For Skin)
त्वचा सम्बंधित सभी समस्याओं के लिए गुग्गुल फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद कसैले गुणों के कारण यह त्वचा की सेहत के लिए फायदेमंद होता है। यह मुंहासों व कील के लिए गुणकारी होता है।
4. डायबिटीज (Manages Diabetes)
डायबिटीज यानी मधुमेह की बीमारी में खून में ब्लड शुगर लेवल अस्थिर हो जाता है। यह समस्या वात दोष और कफ दोष के असंतुलन के कारण होती है। गुग्गुल इस बीमारी में फायदेमंद है, यह डायबिटीज को नियंत्रित करने में मददगार है।
5. कब्ज (Constipation)
कब्ज़ की समस्या अपच और पाचन शक्ति बिगड़ने के कारण तथा वात दोष बढ़ने के कारण होती है। गुग्गुल के सेवन से पाचन सम्बन्धी समस्याएं नहीं होती हैं। यह कब्ज़ में भी फायदेमंद है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।