अनेक औषधीय गुणों (Neem ke Aushadhi gun) से भरपूर नीम के पत्ते, फूल, फल, लकड़ी, छाल और जड़ कई बीमारियों में प्रभावशाली काम करते हैं। इसके साथ ही नीम पर्यावरण के लिए जितना उत्तम है, उतना ही स्वास्थ्य के लिए भी बेहतर माना जाता है। आयुर्वेद के विद्वानों ने इसे खून की खराबी से होने वाली सभी बीमारियों में अत्यधिक उपयोगी बताया है। शरीर से जुड़ी कई छोटी-बड़ी समस्याओं के लिए नीम के पत्तों से लेकर इसकी छाल तक इस्तेमाल किया जाता रहा है। वहीं, कई लोग नीम की पत्तियों को खाने में भी शामिल करते हैं।
नीम के औषधीय गुण Medicinal properties of neem
नीम के औषधीय गुण एक नहीं, बल्कि कई सारे हैं। इसमें एंटी बैक्टीरियल (बैक्टीरिया से लड़ने वाला), एंटी फंगल (फंगस से लड़ने वाला), एंटीऑक्सीडेंट (मुक्त कणों के प्रभाव को कम करने वाला) और एंटीवायरल (वायरल संक्रमण से बचाव) गुण मौजूद हैं। इसके अलावा कई स्टडी में यह भी बताया गया है कि, नीम सांप के जहर के असर को कम करने की क्षमता भी रखता है।
नीम के फायदे Benefits of Neem in Hindi
एंटीबैक्टीरियल गुण (Neem is rich in antibacterial properties)
नीम एंटी बैक्टीरियल गुणों से समृद्ध होता है। नीम पैथोजेनिक बैक्टीरिया के कारण होने वाले संक्रमण के उपचार के लिए एक प्रभावी एंटीबैक्टीरियल एजेंट के रूप में काम कर सकता है। एक रिसर्च की मानें तों, इसकी पत्तियों में मौजूद क्वेरसेटिन और बी-साइटोस्ट्रोल, पॉलीफेनोलिक फ्लेवोनोइड में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुणों की पुष्टि हुई है। ऐसे में नीम बैक्टीरियल संक्रमण से बचाव के लिए काफी उपयोगी साबित हो सकती है।
रक्तचाप को नियंत्रित (Neem is beneficial for controlling blood pressure)
नीम में ब्लड प्रेशर के स्तर को कम करने के गुण मौजूद हैं। एक शोध के मुताबिक, नीम के मेथनॉल-अर्क में मौजूद पॉलीफेनोल में एंटी हाइपरटेंसिव गुण यानी उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के गुण होते हैं।
सांस संबंधी समस्याओं के लिए फायदेमंद है नीम (Neem is beneficial for respiratory problems)
सांस संबंधित समस्याओं के लिए नीम काफी उपयोगी है। नीम के पत्तों में एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटी बैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद हैं। इसके ये सभी गुण पल्मोनरी इन्फ्लेमेशन के खिलाफ सुरक्षात्मक प्रभाव दे सकते हैं। इसके साथ ही नीम का एंटी-एलर्जिक गुण अस्थमा की समस्या में भी लाभ पहुंचा सकता है।
अल्सर (Uses of Neem for Ulcers)
नीम के छाल का अर्क गैस्ट्रिक हाइपर एसिडिटी (गैस्ट्रिक एसिड का अधिक उत्पादन) और अल्सर पर सकारात्मक प्रभाव दिखा सकता है। नीम के छाल का अर्क औषधि की तरह काम कर सकता है। इसके साथ ही एक शोध में पाया गया है कि नीम में एंटीअल्सर गुण होते हैं जो अल्सर से बचाव कर सकता है।
डायबिटीज (benefits of neem in diabetes)
डायबिटीज की समस्या में नीम का लाभ उठाया जा सकता है। नीम में हाइपोग्लाइसेमिक (ब्लड शुगर कम होने की प्रक्रिया) प्रभाव पाया जाता है। हाइपोग्लाइसेमिक प्रभाव ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में उपयोगी हो सकता है। इसके साथ ही नीम में एंटी-हाइपरग्लाइसेमिक गुण भी मौजूद होता है। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि, मधुमेह की समस्या में नीम काफी उपयोगी है।
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