अजूबा पौधे को पत्थरचट्टा भी कहते हैं, ये हेल्थ के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। आयुर्वेद में इसके औषधीय गुणों का विशेष तौर पर उल्लेख किया गया है। ये पौधा (Ajooba ka patta) किडनी की समस्या से निजात दिलाने में बेहद असरदार है। खासकर किडनी में पथरी की समस्या को जड़ से खत्म कर सकता है।
अजूबा पौधे के फायदे Health Benefits Of wonder plants
अजूबा पौधा किडनी के साथ मूत्र विकारों से जुड़ी समस्याओं को भी दूर करने में काफी मदद करता है। इसके अलावा पेट की सफाई करने और जमा विषैला तत्वों को बाहर निकालने में भी काफी उपयोगी है।
गुर्दे की पथरी (Ajooba/Patharchatta for Kidney stone)
आयुर्वेद में इसे गुर्दे की पथरी के लिए रामबाण माना जाता है। इसका काढ़ा बनाकर पीने से पेशाब में जलन, पेशाब का रुक रुक कर आना, दर्द होना जैसी पेशाब की समस्याओं को ठीक किया जा सकता है। या फिर इसके दो पत्तों को तोड़कर उन्हें पानी से अच्छी तरह से साफ कर लें। फिर सुबह खाली पेट गर्म पानी के साथ सेवन करें। नियमित रूप से इसका सेवन करने से कुछ ही समय में पथरी की समस्या जड़ से खत्म हो सकती है।
इंफ्लामेशन (Ajooba/Patharchatta for Inflammation)
अजूबा पौधे के 4-5 पत्तों को पीसकर एक लेप तैयार कर लें और उसे घाव, चोट वाली जगह पर लगा लें। ऐसा करने से तुरंत आराम मिलता है। इसके साथ ही शरीर पर हुए रैशेज या खुजली की समस्या भी इससे ठीक हो सकती है।
वेजाइनल इंफेक्शन (Benefits of Ajooba/Patharchatta for vaginal infection)
जिन महिलाओं को हमेशा वेजाइनल इंफेक्शन (vaginal infection) की शिकायत होती है या प्राइवेट एरिया में खुजली, जलन के साथ-साथ वेजाइनल डिस्चार्ज हो रहा है तो ऐसे में पत्थरचट्टा की मदद से वजाइना में सूजन, जलन, खुजली आदि से निजात मिल सकती है। इसके लिए इसके पत्तों को उबालकर काढ़ा बना लें फिर उसमें शहद मिलाकर इसका सेवन करें।
खूनी दस्त (patharchatta for piles)
अगर किसी को खूनी दस्त या खूनी बवासीर (Piles) की शिकायत है तो उसे इसका सेवन करना चाहिए। अजूबा पौधे के पत्तों से रस निकल कर उसमें चुटकी भर पीसा हुआ जीरा और आधा चम्मच देशी घी डालकर अच्छी तरह से मिला दें। इस मिश्रण का नियमित रूप से दिन में दो बार सेवन करने से आपको फर्क नजर आने लगेगा।
हाई ब्लड प्रेशर (patharchatta for high blood pressure)
जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत रहती है उनके लिए अजूबा पौधा रामबाण की तरह काम करेगा। इसके पत्तों का रस निकालकर पांच-पांच बूंद पानी में मिलाकर रोज खाली पेट पिएं। कुछ ही दिनों फर्क दिखने लगेगा।