एक महिला के जीवन में प्रेग्नेंसी अपने साथ ढेरों आशाएं और सपने लेकर आती है लेकिन यह भी कड़वी सचाई है कि पांच में से एक प्रेग्नेंसी गर्भपात या मिसकैरेज में खत्म हो जाती है। लगभग 50 प्रतिशत महिलाएं मिसकैरेज (Miscarriage) के शुरुआती लक्षणों को पहचानकर सही डॉक्टरी सलाह अपनाकर अपना समय पूरा कर सकती हैं और स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सकती हैं। अक्सर मिसकैरेज प्रेग्नेंसी के शुरू के 20 हफ्तों के दौरान ही होते हैं इसलिए यह समय सबसे ज्यादा सावधानी बरतने का होता है। मिसकैरेज (Miscarriage) किसी भी माता-पिता के लिए एक दर्दनाक अनुभव होता है। कई बार महिलाओं को इस बात का अहसास ही नहीं होता कि वे गर्भवती हैं और शुरूआती हफ्तों में भ्रूण (Foetuses) को खो देती हैं।
गर्भपात या मिसकैरेज के सामान्य लक्षण
पेट में ऐंठन/ क्रैम्प्स और दर्द होना - वैसे तो अक्सर प्रेग्नेंसी के दौरान महिला के पेट में हल्का दर्द और ऐंठन होती रहती है। ऐसा अपच या फिर आपके बढ़ रहे गर्भाशय की वजह से भी हो सकता है। अंतर यही है कि गर्भपात की ऐंठन इससे कहीं ज्यादा होती है। साथ में ब्लीडिंग भी होती है। ऐसे में प्रेग्नेंसी के समय महिला को अपना खास ध्यान रखना चाहिए।
ब्लीडिंग होना - वैसे तो प्रेग्नेंसी के दौरान बहुत जरा सी ब्लीडिंग सामान्य होती है। लेकिन जब पेट की ऐंठन बहुत ज्यादा ब्लीडिंग के साथ हो समझ लीजिए यह गर्भपात (Miscarriage) का लक्षण है। ऐसे में बिना घबराए लेकिन बिना समय गंवाए अपने डॉक्टर से संपर्क कर लेना चाहिए। और समय पर इलाज लें।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।