मुलेठी किस रोग की दवा है: Mulethi Kis Rog Ki Dava Hai

फोटो- Nari
फोटो- Nari

मुलेठी एक लकड़ी की तरह दिखने वाला खाद्य पदार्थ है। यह एक झाड़ीदार पेड़ होता है, जो अंदर से पीला, रेशेदार और हल्की सुगंध वाला होता है। आमतौर पर इसका इस्तेमाल पौधे के तने की छाल को सुखा कर किया जाता है। मुलेठी का स्वाद चीनी की तुलना में काफी मीठा होता है। इसमें विटामिन ई और विटामिन बी का एक अच्छा स्रोत है। इसके अलावा इमसें कई फाइटोन्यूट्रिएंट्स भी होते हैं। मुलेठी का इस्तेमाल कई बीमारियों को दूर करने के लिए किया जाता है। जैसे कि आंखों के रोग, मुख रोग, कंठ रोग, उदर रोग, सांस विकार, हृदय रोग, घाव के उपचार आदि। मुलेठी में कैल्शियम, ग्लीसिर्रहिजिक एसिड, एंटी ऑक्सिडेंट, एंटीबायोटिक और प्रोटीन के तत्व पाए जाते हैं। जो स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद साबित होते हैं।

इसे भी पढ़ें: मुलेठी के नुकसान: Mulethi Ke Nuksan

मुलेठी का उपयोग कैसे करना चाहिए-

१. मुलेठी का पाउडर लें और उसे पानी में घोलकर सेवन करें।

२. मुलेठी के पाउडर को दूध में डालकर पी सकते हैं।

३. खाने के बाद मुलेठी पाउडर और सौंफ के पाउडर को पानी में घोलकर पीने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

४. मुलेठी पाउडर को नींबू के रस के साथ पेस्ट बनाकर त्वचा पर लगाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

इसे भी पढ़ें: चिरायता के फायदे: Chirata ke Fayde

मुलेठी से इलाज-

सूखी खांसी होने पर- अगर किसी को सूखी खांसी हो रही है तो इससे निजात पाने के लिए मुलेठी रामबाण है। इसके लिए दो से चार काली मिर्च लें और उसमें मुलेठी का छोटा टुकड़ा पीस लें। अब इसका सेवन दिन में दो बार करें खांसी में आराम मिलेगा। मुलेठी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज खांसी और गले के दर्द पैदा करने वाले बैक्टीरिया को मारने के साथ ही कई अन्य संक्रमणों से भी बचाती है।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

इसे भी पढ़ें: हाई ब्लड प्रेशर में अंडा खाना चाहिए या नहीं: High Blood Pressure Mein Anda Khana Chahie Ki Nahin