कई बार लाेगों से सुना होगा कि वजन उठाने से पेट का गोला खिसक गया या फिर अचानक से पेट में दर्द होने लगा। इसे धरण या फिर नाभि खिसकना भी कहते हैं। यह शिकायत कई लोगों को होती है। जब खाली पेट मेहनत का काम किया जाता है, तो पेट की मांसपेशियों और नाभि यानी नेवल में मरोड़ आ सकती है। इस प्रकार की समस्या होने पर नाभि अपने स्थान से हट जाती है। अधिकतर मामलों में नाभि अपने स्थान से ऊपर या फिर नीचे की ओर चली जाती है। इसके अलावा, किसी भारी वजन को उठाने, अचानक झुकने और यौन गतिविधियों से भी नाभि खिसक (धरण) सकती है।
नाभि खिसकने के लक्षण – Nabhi Khisakne ke Lakshan in Hindi
1 . लगातार पेट के मध्य यानी नेवल पर दर्द होना।
2 . कब्ज की समस्या और दस्त की परेशानी होना।
3 . घबराहट, जी मिचलाने के साथ ही उल्टी और दस्त
नाभि खिसकने (धरण) का इलाज – Treatment of Naval Dislocation In Hindi
नाभि पर दिया रखें - खिसकी हुई नाभि को ठीक करने के लिए दिया जलाकर उसके साथ ही एक कांच का गिलास भी उपयोग में लिया जाता है। इसके लिए सबसे पहले जमीन पर पीठ के बल लेटना होता है। फिर नाभि पर जलता हुआ दिया रखा जाता है। फिर गिलास से ढक देते हैं। ऐसा करने से कांच के गिलास में वैक्यूम जैसा प्रेशर बनता है, जिससे नाभि धीरे-धीरे अपने स्थान पर आ जा सकती है।
वैक्यूम थैरेपी लें - वैक्यूम थैरेपी को भी धरण का घरेलू इलाज बताया जाता है। इसे करने के लिए एक सक्शन पंप का उपयोग किया जा सकता है। सेक्शन पंप को पेट के बीचों-बीच नाभि के स्थान पर लगा दिया जाता है। फिर उसे दो सेकंड के लिए स्टार्ट कर देते हैं। पंप के प्रेशर से धीरे-धीरे नाभि अपने स्थान पर आ जाती है।
उत्तानपादासन करें - नाभि खिसक गई है तो इसे सही करने के लिए उत्तानपादासन किया जा सकता है। इस योग नाभि खिसकने के साथ ही शरीर की अन्य सभी प्रणालियों और अंगों को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।