दुनिया भर की हर रसोई में एक चीज़ कॉमन मिलेगी, वो है "नमक"। एक क्रिस्टलीय यौगिक NaCl जिसमें सोडियम क्लोराइड होता है, प्रकृति में प्रचुर मात्रा में होता है, और विशेष रूप से मौसम या भोजन या उद्योग में संरक्षित करने के लिए उपयोग किया जाता है। इस लेख में आप नमक से जुड़ें फायदे और नुकसान (Salt - Benefits and Side-effects) के बारे में विस्तार से जान पाएंगे।
नमक के फायदे और नुकसान : Namak Ke Fayde Aur Nuksan
नमक के फायदे :-
नमक पूरी तरह से पाचन में शामिल होता है (Salt Is Integrally Involved In Digestion)
नमक अनिवार्य रूप से सोडियम और क्लोराइड आयनों से बना होता है, जिसे अंतर्ग्रहण करने पर घटक भागों में तोड़ दिया जाता है और जहां इसकी आवश्यकता होती है, पुन: उपयोग किया जाता है। हालांकि यह शायद ही कभी होता है, नमक की कमी एक दुष्प्रभाव के रूप में पाचन को बाधित करती है।
हड्डियों की बीमारी से बचाव (prevention of bone disease)
नमक का पानी हड्डियों की खराबी से संबंधित बीमारी यानी ऑस्टियोआर्थराइटिस और नसों की सूजन यानी टेंडीनिटिस के इलाज में भी कारगर है। नमक का पानी सूजन को कम करता है।
आयोडीन की कमी को रोकने में मदद करता है (Helps To Prevent Iodine Deficiency)
नमक में मौजूद आयोडीन चयापचय और स्वस्थ सेलुलर कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, गर्भवती माताओं के लिए भी महत्वपूर्ण है ताकि अजन्मे बच्चे के स्वास्थ्य मस्तिष्क के विकास को सुनिश्चित किया जा सके।
विषाक्त पदार्थों को दूर करने में मदद करता है (Helps Remove Toxins)
नमक के पानी से नहाने से त्वचा से जहरीले तत्व बाहर निकल जाते हैं। गर्म पानी त्वचा के रोम छिद्रों को खोलता है। इससे मिनरल त्वचा के अंदर गहराई तक जाकर सफाई करते हैं। नमक का पानी जहरीले और नुकसान देने वाले तत्वों को और बैक्टीरिया को त्वचा से दूर करता है।
नमक के नुकसान :-
1. खाना खाते समय ऊपर से नमक बुरकना या थाली में अलग से नमक परोसना अच्छी बात नहीं है। इसके बजाय काला नमक या सेंधा नमक का प्रयोग करना फायदेमंद है क्योंकि उसमें मैग्नीशियम के अलावा कई अच्छे मिनरल्स भी मौजूद होते हैं।
2. नमक वाला भोजन लंबे समय तक लेते रहने से दिल की धड़कनें बढ़ने लगती हैं और ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है इससे दिल का दौरा या पैरालीसिस भी हो सकता है। इन बीमारियों से ग्रस्त व्यक्तियों को डॉक्टर की देखरेख में अपनी दवाइयां समय पर लेने के साथ ही अपने खानपान में नमक की मात्रा को कम करने की हरसंभव कोशिश करना चाहिए।
3. शरीर में सोडियम का लेवल बढ़ने पर यह या तो खून में बना रहता है या किडनी अपनी क्षमता से अधिक काम करके इसे शरीर से बाहर निकाल देती हैं। ये दोनों ही स्थितियां खतरनाक हैं।
4. अनिद्रा (Insomnia) या आधासीसी सिरदर्द (Migraines) का शिकार होने पर ये जांच करनी चाहिए कि भोजन में सोडियम की तुलना में पर्याप्त मात्रा में मैग्नीशियम है या नहीं। मैग्नीशियम के सप्लीमेंट्स लेने से हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों और भोजन में अधिक नमक लेनेवाले व्यक्तियों को लाभ होता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।