आज के समय में हमारी गलत जीवनशैली और घंटों तक एक ही अवस्था में बैठे रहने की आदत की वजह से नसों में दर्द होने की समस्या होने लगी है। अमूमन हर व्यक्ति शरीर के किसी न किसी हिस्से में नसों में दर्द की समस्या से ग्रस्त है। ऐसे में अक्सर नसों में दर्द के इलाज के लिए फिजियोथेरेपी या दवाएं दी जाती हैं जो कि इलाज का बहुत महंगा विकल्प है। आइए जानते हैं नसों में दर्द के घरेलू उपचार क्या है।
नसों में दर्द का कारण - Naso Ke Dard Ka Karan In Hindi
नसों में दर्द होने की पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे - चोट लगने, स्ट्रोक, नसों तक खून की आपूर्ति न होने, साइटिका, मल्टीपल स्केलेरोसिस, ज्यादा शराब पीने, कैंसर या इसके इलाज की प्रक्रियाओं जैसे कि रेडिएशन, सर्जरी या कीमोथेरेपी, विटामिन बी12 या विटामिन बी1 की कमी, कुछ दवाओं, एचआईवी, दाद या डायबिटीज के कारण नसों में दर्द हो सकता है।
नसों में दर्द का घरेलू उपचार - Naso Me Dard Ke Gharelu Upchar In Hindi
शराब से दूर रहें - अगर कोई शराब का सेवन करता है तो इसकी वजह से नसों में दर्द बढ़ सकता है। इसका असर आपकी दवाओं पर भी पड़ सकता है। इसलिए नसों में दर्द से ग्रस्त व्यक्ति को शराब के सेवन से बचना चाहिए।
योग और स्ट्रेचिंग करें - नियमित एक्सरसाइज से मांसपेशियां दुरुस्त रहती हैं। योग और स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज से नसों में दर्द कम होने में मदद मिलती है। साइटिक नर्व पेन के लिए स्ट्रेंथ ट्रेनिंग से दर्द कम होता है और मांसपेशियों में लचीलापन एवं संतुलन बढ़ता है।
विटामिन बी12 - विटामिन बी खासतौर पर विटामिन बी12 लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में मदद करता है और हड्डियों एवं नसों को स्वस्थ रखता है। अगर शरीर में इसकी कमी हो जाए तो इसकी वजह से नसों में दर्द हो सकता है। अंडे, दूध और अन्य दूध से बने उत्पादों में विटामिन बी12 पाया जाता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।