पीठ दर्द एक ऐसा शब्द है जो आसानी से किसी भी घर में सुना जा सकता है। आजकल पीठ दर्द की समस्या होना सबसे आम स्वास्थ्य समस्या है, जो की सभी उम्र के लोगों को प्रभावित करता है। आमतौर पर यह समस्या 40 से 60 साल से अधिक उम्र के लोगों और वृद्ध व्यक्तियों को होती है। पीठ दर्द के लक्षणों में पेडू और कूल्हों के आसपास दर्द, उठने-बैठने में दर्द जैसी समस्यायें शामिल होती है। इसके सुधार से जुड़ें पहलु पर ध्यान देने से पहले हम यह जानने की कोशिश करें की पीठ का दर्द किन कारण से पैदा होता है।
पीठ दर्द होने के कारण और उपचार : Back Pain Cause And Remedy In Hindi
पीठ दर्द के कारण - Causes Of Back Pain
1. जोड़ों का खुलना या टूटना (Due To Joint Pull)
अगर रीढ़ की हड्डी के जोड़ों को आपके खींचने, धकेलने, उठाने, व झटका देने जैसे कई काम लगातार करने पड़े तो उनके कार्टिलेज खुल जाते है और जिस स्थान से नाड़ियाँ होकर गुजरती हैं, वे सँकरे हो सकते हैं। ऐसी स्तिथि में इतना तेज़ पीठ दर्द पैदा हो जाता है। जो पूरा जीवन आपका साथ नहीं छोड़ता।
2. लिगमेंट की परेशानी (Due To Ligament Injury)
अगर आप अपनी रीढ़ की हड्डी में खिचाव नहीं लाते, तो आगे चल कर इनके लिगमेंट अकड़े हुए, बिना लोच के और दर्दनाक हो सकते हैं। लिगमेंट में अकड़न से रीढ़ की हड्डी में भी जकड़न आ सकती है। इससे खतरनाक हालत बन सकते हैं। पीठ और गर्दन के लिए कई बड़ी समस्याएं कड़ी हो सकती हैं।
3. डेजेनेरेटिव बदलाव (Degenerative Changes)
यह बदलाव भी पीठ दर्द की वजह हो सकता है। आयु भी रीढ़ की हड्डी में सभी जोड़ों पर एक सा असर डालती है लेकिन कभी-कभी कोई जल्दी ही टूट जाता है। कई बार छोटी उम्र में ही डेजेनेरेटिव बदलाव दिखाई देने लगते हैं पर ऐसा केवल एक या दो जोड़ों में ही होता है।
4. डिस्क का खिसकना (Slip Disk)
डिस्क का बहार की ओर उभरना भी पीठ दर्द का कारण बन जाता है। शारीरिक काम ज़्यादा करने वाले में यह पाया जाता है। इसके कारण शियाटिका का दर्द भी उभर आता है। डिस्क की कमजोरी से इस बात का पता भी चलता है की आस पास के जोड़ और लिगमेंट भी लगातार तनाव झेल रहे हैं और कभी भी टूट सकते हैं।
5. अपच तथा पेट का अलसर (Indigestion And Stomach Ulcers)
अपच या पेट का अलसर होने वाले दर्द का असर पेट के ऊपरी हिस्से के बीचों-बिच होता है, लेकिन कई बार यह पीठ के बीचों-बिच भी हो सकता है। भरी, फैट फूड्स हज़म ना हो पाने की वजह से यह दर्द और भी बढ़ जाता है।
6. अचानक झुकना या मुड़ना या बिना वार्मअप किये व्यायाम करना (Sudden Movement Or Due To Less Warmup)
अगर आप अचानक झुकें या मुड़ें तो आपके कशेरुक को सँभालने वाले लिगमेंट टूट सकते हैं। अगर आप वार्मअप किये बिना अचानक कसरत करते हैं तो कमज़ोर मासपेशियाँ थक जाती हैं।
पीठ दर्द के उपाय - Back Pain Remedies
- हमेशा सीधे बैठने और सीधे चलने की कोशिश करें।
- जब भी पीठ दर्द हो तब व्यायाम ना करें।
- लगातार कुर्सी पर ना बैठें और बीच-बीच में ब्रेक लेते रहें।
- विटामिन D, C, कैल्शीयम और फास्फोंरस से भरपूर आहार लेते रहे।
- प्रतिदिन व्यायाम करें।
- जिन लोगो को पीठ दर्द की समस्या रहती है, उन्हें हमेशा सख्त बिस्तर पर सोना चाहिए।
- कंप्यूटर पर काम करते वक़्त शरीर बिल्कुल सीधा रखें।
- ज्यादा भारी सामान न उठाएं।
- खाने में कैल्शियम और विटमिन की मात्रा को शामिल करे।
**आमतौर पर पीठ दर्द की समस्या क़रीब छह हफ़्तों में अपने आप ठीक हो जाती है, लेकिन यह समस्या बढ़ती ही जा रही हो, तो बिना देर किए अपने डॉक्टर से मिलें। यदि आपकी रीढ़ की हड्डी में किसी तरह की सूजन या बदलाव महसूस हो तो भी डॉक्टर का अपॉइंटमेंट लेने में देर न करें।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।