राई के दानों का इस्तेमाल हर घर में अचार बनाने के लिए अक्सर किया जाता है। इसके अलावा भी लोग राई का उपयोग ढोकले, सांभर, पोहा, नारियल चटनी, दाल आदि तमाम खाने की चीजों में तड़का लगाने के लिए करते है। राई का तड़का लगते ही व्यंजनोंं का स्वाद कई गुना बढ़ जाता है। लेकिन इसके अलावा भी राई में तमाम औषधीय गुण पाए जाते हैं जो सिर दर्द और अपच से लेकर मांसपेशियों के दर्द, दाद और सांस की बीमारियों तक ढेरों बीमारियों में राहत पहुंचाते हैं। जानिए राई के हैरान करने वाले फायदे।
राई खाने के फायदे और नुकसान : Rai Khane Ke Fayde Aur Nuksan In Hindi
कैंसर की रोकथाम में - राई में कुछ ऐसे गुण पाए जाते हैं, जो कैंसर को पनपने से रोक सकते हैं। राई में एंटीकार्सिनोजेनिक गुण पाया जाता है। राई (Rai benefits) में पाया जाने वाला यह गुण शरीर में कैंसर को पनपने से रोक सकता है।
सिर दर्द और माइग्रेन में - राई के बारीक दाने सिर दर्द और माइग्रेन में काफी लाभकारी होते हैं। राई के बीजों में भरपूर मैग्नीशियम होता हैं जो नर्वस सिस्टम को रिलैक्स करता है। अगर कोई सिर में किसी भी तरह के दर्द से जूझ रहा है तो ऐसे में उन लोगों को राई का सेवन करने के अलावा इसे पीसकर माथे पर लगाना चाहिए। इससे काफी आराम मिलता है।
सूजन आने पर - अगर किसी के शरीर के किसी भी हिस्से पर सूजन आ गई है तो, ऐसे में उस जगह पर राई को पीसकर इसका लेप लगाना चाहिए। मोच आने या पैर मुड़ने पर इसके लेप को अरंड के पत्ते पर लगाकर गुनगुना करके दर्द वाली जगह पर बांधने से आराम मिलता है।
राई के नुकसान - Rai Ke Nuksan In Hindi
1 . राई में इरुसिक एसिड की मात्रा मौजूद होती है, जिसका अधिक सेवन लिपोसिस (lipolysis) की समस्या उत्पन्न कर देता है, जो हृदय रोगों का मुख्य कारण बन सकता है।
2 . राई को अधिक समय तक त्वचा पर लगाने से जलन की समस्या भी हो सकती है।
3 . विटामिन ई के सप्लीमेंट के अधिक सेवन से दिमाग में ज्यादा खून बहने का खतरा भी हो सकता है। वहीं, राई के बीज में विटामिन-ई की भरपूर मात्रा होती है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।