मूली के पत्ते का जूस पीने का सही समय और फायदे - Muli Ke Patte Ka Juice Pine Ka Sahi Samay Aur Fayde  

मूली के पत्ते का जूस पीने का सही समय और फायदे ( फोटो - Sportskeeda Hindi )
मूली के पत्ते का जूस पीने का सही समय और फायदे ( फोटो - Sportskeeda Hindi )

मूली का सेवन तो हम सभी करते ही हैं। लेकिन मूली के पत्तों को अक्सर लोग फेक देते हैं बिना उसके गुण जाने। मूली के पत्ते प्रोटीन, क्लोरीन, कार्बोहाइड्रेट, आयरन (Iron), सोडियम (Sodium), और मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं और इसका सेवन करने से कई तरह के रोग दूर होते हैं। मूली के पत्तों (Radish Leaves) में विटामिन ए, विटामिन बी और विटामिन सी जैसे न्यूट्रिएंट्स भी पाए जाते हैं। मूली खाने से जितने लाभ हमें मिलते हैं उतने ही उसके पत्तों के भी सेहत के लिए कई लाभ मिलते हैं। मूली के पत्तों का बहुत तरह से उपयोग किया जा सकता है। इसके पत्तों की सब्जी बनाकर खा सकते हैं। या इसके पत्तों का जूस निकालकर भी आप पी सकते हैं। मूली के पत्तों का रस हमें बहुत से लाभ पहुंचाता है। तो आइए जानते हैं मूली के पत्ते का जूस (Radish leaves juice) के फायदे और पीने का सही समय-

मूली के पत्ते का जूस पीने का सही समय और फायदे

वजन को कम करने में करता है मदद (Helps in reducing weight) - मूली के पत्तों के से बना जूस पीने से वजन को कम करने में मदद मिलती है। यदि हम रोजाना इसके जूस का सेवन करें तो आराम से वजन कम किया जा सकता है। लेकिन इसको सेवन करने के लिए आप सुबह पहले हल्का नाश्ता करें फिर इसका सेवन करें।

पाचन को करे दुरुस्त (Improve digestion) - मूली के पत्तों से बना रस पाचन में बहुत लाभकारी होता है। मूली में ऐसे गुण होते हैं जो पाचन क्रिया को सही बनाए रखने में मदद करते हैं। इसके लिए आपको बस नियमित तौर पर मूली के पत्तों से बने रस का सेवन करना है।

बीपी को करे कंट्रोल (Control bp) - मूली के पत्तों में सोडियम की अच्छी मात्रा होती है। इसके जूस का सेवन करने से नमक की कमी को पूरा किया जा सकता है। मूली के पत्तों में मौजूद एंथेकाइनिन दिल के लिए फायदेमंद होता है। इसलिए ये लो ब्लड प्रेशर वाले मरीजों के लिए लाभदायक होता है।

इम्यूनिटी को करे बूस्ट (Boost immunity) - मूली के पत्तों से बना रस इम्यूनिटी को बूस्ट करने में मदद करता है। मूली के पत्तों में आयरन और फास्फोरस जैसे मिनरल्स होते हैं,जो इम्यूनिटी को मजबूत कर सकते हैं इसके अलावा मूली के पत्तों में मौजूद प्रोटियोग्लाइसन और एंटीजनिक निर्धारक नामक अणु इम्यूनिटी के लिए जरूरी माने जाते हैं।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।