आयुर्वेद में जड़ी-बूटियों का ज़्यादातर उपयोग उपचार के लिए होता है। सफ़ेद मूसली (Safed Musli) भी जड़ी-बूटी होती है। सफ़ेद मूसली की जड़ें सबसे ज्यादा गुणकारी होती हैं, इसमें विटामिन (Vitamin) और मिनरल (Mineral) का भण्डार होता है। सफ़ेद मूसली की जड़ों में कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrate), प्रोटीन (Protein), फाइबर (Fiber), सैपोनिंस (Saponins) जैसे पोषक तत्व और कैल्शियम (Calcium), पोटैशियम (Potassium), मैग्नीशियम (Magnesium) आदि खनिज प्रमुखता से पाए जाते हैं। यह गठिया (Arthritis), डायबिटीज (Diabetes), यूटीआई (UTI), मधुमेह (Diabetes), नपुंसकता (Impotence) आदि बीमारियों को दूर करने में भी उपयोगी है। सफेद मूसली का उपयोग आयुर्वेदिक, यूनानी और होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति में प्रमुखता से किया जाता है। इस लेख में सफ़ेद मूसली के फायदे बताए गए हैं।
सफेद मूसली के 5 फायदे - Safed Musli Benefits In Hindi
1. गठिया (arthritis)
उम्र बढ़ने के साथ साथ हड्डियों और जोड़ों में दर्द होना एक आम समस्या है। अपने देश में अधिकांश बुजुर्ग आर्थराइटिस की समस्या से पीड़ित रहते हैं। सफेद मूसली के सेवन से आर्थराइटिस में होने वाले जोड़ों के दर्द और सूजन से आराम मिलता है। आधा चम्मच मूसली पाउडर दूध या पानी के साथ दिन में दो बार खाने के बाद लें।
2. मधुमेह (Diabetes)
सफ़ेद मुसली एक शक्तिशाली एंटी-ऑक्सीडेंट है। इसका हाइपरग्लाइकेमिक प्रभाव ब्लड शुगर के स्तर का प्रबंधन करके मधुमेह के रोगियों के इलाज में उपयोगी है।
3. कैंसर (cancer)
सफेद मूसली के सेवन से कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है। यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को प्रभावी तरीके से मजबूत करती है जिससे कैंसर कोशिकाओं के बढ़ने का खतरा कम होता है और कैंसर से बचाव होता है। कैंसर से बचाव के लिए आधा चम्मच मूसली पाउडर का दूध या पानी के साथ दिन में दो बार सेवन करें।
4. इम्युनिटी बढ़ाने में उपयोगी (Boosts immunity)
सफेद मूसली शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाती है, जिससे सर्दी-जुकाम समेत कई तरह की संक्रामक बीमारियों से आपका बचाव होता है। अगर आप बार बार सर्दी-जुकाम या फ्लू के शिकार हो रहे हैं तो ऐसे में इम्युनिटी पावर बढ़ाने के लिए सफेद मूसली का सेवन करें और स्वस्थ रहें।
5. डायरिया (Diarrhea)
सफ़ेद मुसली के लाभों में से एक दस्त और पेचिश जैसे पाचन संबंधी मुद्दों से संबंधित है। सफ़ेद मुसली के सेवन से इनसे प्रभावी रूप से निपटा जा सकता है। यहां तक कि शिशुओं में दस्त का इलाज करने के लिए सफ़ेद मुसली की एक छोटी खुराक दी जा सकती है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।