सेंधा नमक का उपयोग अक्सर लोग व्रत के समय पर ज्यादा करते हैं। लेकिन क्या आपने कभी गौर किया है कि सेंधा नमक के इस्तेमाल को इतना खास क्यों माना गया है? सेंधा नमक में ऐसे कौन-से गुण हैं, जो इसे अन्य प्रकार के नमक से स्पेशल बनाते हैं? जानते हैं सेंधा नमक के ऐसे कौन से फायदे हैं जो इसका इतना महत्व है और इससे क्या नुकसान हो सकते हैं।
सेंधा नमक के फायदे – Sendha Namak Ke Fayde in Hindi
मांसपेशियों में ऐंठन की समस्या - शरीर में मांसपेशियों व नर्वस सिस्टम के सही प्रकार से काम करने के लिए इलेक्ट्रोलाइट्स की जरूरत होती है। इस इलेक्ट्रोलाइट्स के असंतुलित होने से मांसपेशियों में ऐंठन की समस्या हो सकती है। ऐसे में सेंधा नमक के इस्तेमाल से इलेक्ट्रोलाइट्स के स्तर को संतुलित किया जा सकता है।
पाचन समस्याओं के लिए - पाचन से जुड़ी समस्याओ जैसे- बदहजमी, कब्ज, सीने में जलन, खट्टी डकार व गैस से राहत पाने के लिए भी सेंधा नमक के गुण आजमाएं जा सकते हैं। रॉक साल्ट खनिज और विटामिन्स से भरा होता है, जो पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है।
गले में खराश - मौसम में बदलाव होने या ठंडा-गर्म खाने से सर्दी-जुकाम की समस्या हो सकती है। इसकी वजह से गले में खराश हो सकती है। वहीं, सेंधा नमक में डिकंजेस्टेंट गुण हो सकते हैं, जो गले में फंसे बैक्टीरिया युक्त बलगम को पतला कर उसे शरीर से बाहर निकालने में मदद कर सकते हैं।
सेंधा नमक के नुकसान – Sendha Namak Ke Nuksan in Hindi
1 . आयरन की कमी - सामान्य सफेद नमक के मुकाबले सेंधा नमक में आयरन (आयोडीन) की मात्रा सबसे कम होती है। इसलिए, अगर लंबे समय तक सिर्फ सेंधा नमक का ही इस्तेमाल किया जाए, तो इससे शरीर में आयोडीन की कमी हो सकती है।
2 . ब्लड प्रेशर - सेंधा नमक की अधिक मात्रा ब्लड प्रेशर के लेवल को हाई कर सकता है
3 . वॉटर रिटेंशन - सेंधा नमक के अधिक इस्तेमाल से वॉटर रिटेंशन की भी समस्या हो सकती है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।