स्वाइन फ्लू के लक्षण व उपचार- Swine flu ke lakshan aur upchar

स्वाइन फ्लू के लक्षण और घरेलू उपचार
स्वाइन फ्लू के लक्षण और घरेलू उपचार

स्वाइन फ्लू एक प्रकार का संक्रामक रोग है जो मुख्य रूप से दो तरह से फैलता है। पहला रोगी को छूने, हाथ मिलाने या सीधे संपर्क में आने से। दूसरे रोगी की सांस के जरिए जिसे ड्रॉपलेट इंफेक्शन भी कहा जाता है। इसने पहली बार 2009 में इंसानों को प्रभावित किया था जिसके बाद 2010 में WHO ने इसे महामारी घोषित कर दिया। यह वायरस पीड़ित व्यक्ति के छींकने, खांसने, हाथ मिलाने और गले मिलने से भी फैलता है। आज हम बात करेंगे इसके लक्षण और इसका उपचार के बारे में।

स्वाइन फ्लू के लक्षण symptoms Of Swine Flu in hindi

बुखार

सिरदर्द

ठंड लगना

डायरिया

खांसी

छींक आना

गले में खराश

थकान

नासिका मार्ग ब्लॉक होना

उल्टी

चक्कर आना

स्वाइन फ्लू गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं जैसे निमोनिया (लंग डिसऑर्डर) और सांस लेने से संबंधित समस्याओं को बढ़ा सकता है। अस्थमा और डायबिटीज मरीजों को इसका खतरा अधिक रहता है। यदि आपको सांस लेने में तकलीफ, उल्टी, पेट दर्द, चक्कर या भ्रम जैसे लक्षण नजर आ रहे हैं, तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क कर लेना चाहिए।

स्वाइन फ्लू के उपचार Swine Flu treatment

तुलसी (Tulsi is effective in swine flu)

तुलसी में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल और एंटी वायरस दोनों प्रकार के तत्वों के कारण यह सबसे लाभकारी जड़ी-बूटी मानी जाती है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में ये काफी लाभकारी है। स्वाइन फ्लू की समस्या में हर रोज चार-पांच तुलसी की पत्तियों को खाने से लाभ मिलता है।

गिलोय (Giloy will end the effect of swine flu)

गिलोय एक दिव्य औषधि है। आयुर्वेद में इसे कई बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है। स्वाइन फ्लू की समस्या में भी गिलोय काफी कारगर है। इसके लिए गिलोय को तुलसी की पांच छह पत्तियों को मिलाकर काढ़ा बना लें और ठंडा होने पर इसमें काली मिर्च, मिश्री, सेंधा नमक अथवा काला नमक मिला कर सेवन करें। इससे रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है। इसके साथ ही ये हर बुखार में भी कारगर होता है।

लहसुन (Garlic reduces the effect of swine flu)

लहसुन में मौजूद एंटी-वायरल गुण रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। स्वाइन फ्लू होने पर आप लहसुन की दो कलियां रोज सुबह खाली पेट गुनगुने पानी के साथ लेना चाहिए।

एलोवेरा (Aloe vera is home remedy for swine flu)

एलोवेरा के सेवन से शरीर में फ्लू से लड़ने की क्षमता बढ़ जाती है। एलोवेरा जैल को एक चम्मच पानी के साथ पीने से स्वाइन फ्लू के असर को कम किया जा सकता है।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

Edited by Ritu Raj