दारुहरिद्रा के हैं बहुत से फायदे जानें उपयोग का तरीका

दारुहरिद्रा के हैं बहुत से फायदे जानें उपयोग का तरीका
दारुहरिद्रा के हैं बहुत से फायदे जानें उपयोग का तरीका

भारत में कई ऐसे औषधीय पेड़ पौधे हैं, जिनका उपयोग आयुर्वेदिक दवाइयों को बनाने के लिए किया जाता है। उन्हीं पेड़ों में से एक पेड़ ऐसा भी है जिसका नाम है, दारुहरिद्रा। इस पेड़ को दारु हल्दी के नाम से भी जाना जाता है। और ये पेड़ नेपाल, श्रीलंका जैसे हिमालयी क्षेत्रों में पाया जाता है। दारुहरिद्रा का उपयोग हड्डी रोगों, डायबिटीज की बीमारी के लिए भी इस्तेमाल में लिया जाता है। इसके अलावा चोट लगने पर किसी घाव को सुखाने के काम भी ये आता है। इसका उपयोग विभिन्न बीमारियों के लिए किया जाता है। आज इस लेख में आपको दारुहरिद्रा के इन्हीं कुछ फायदों के बारे में आपको जानकारी देंगे। तो जानने के लिए आगे इस लेख को जरूर पढ़ें।

दारुहरिद्रा के फायदे और उपयोग का तरीका 5 Benefits and method of use of Daruharidra in hindi

डायबिटीज में फायदेमंद (Beneficial in diabetes) - दारुहरिद्रा के बहुत से फायदे होते हैं। वहीं मधुमेह की बीमारी के लिए भी ये बहुत फायदेमंद होती है। घरेलू इलाज के रूप में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। इसका आप इस तरह से सेवन कर सकते हैं। 10-20 ग्राम दारूहल्दी का काढ़ा बनाकर इसका सेवन करें। अगर यह ज्यादा कड़वी लगे तो थोड़ा शहद भी चाट लें।

लिवर के लिए फायदेमंद (Beneficial for liver) - लिवर से जुड़ी समस्या के लिए दारूहल्दी का उपयोग बहुत मददगार साबित होता है। जिन लोगों को खाना पचाने में परेशानी होती है, ऐसे में अगर वे दारुहरिद्रा की छाल का काढ़ा बनाकर इसका सेवन करते हैं, तो पाचन संबंधी परेशानी से निजात पाया जा सकता है।

सूजन को करे कम (Reduce inflammation) - दारुहरिद्रा में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, इन गुणों की वजह से सूजन कम करने में मदद मिलती है। यदि आप जोड़ो के दर्द या सूजन की समस्या से पीड़ित हैं, तो दारुहल्दी का सेवन करके इस समस्या से निजात पाया जा सकता है।

त्वचा के रोगों के लिए (For skin diseases) - यदि त्वचा में किसी तरह का घाव, दाग, मुंहासे, अल्सर की समस्या हो रही है, तो आप दारुहल्दी के पाउडर को नारियल के तेल में मिलाकर उस जगह पर लगाएं। आपको बहुत जल्दी उस समस्या में आराम मिल सकता है।

घाव सुखाने में लाभकारी (Beneficial in drying wounds) - दारुहरिद्रा में एंटीसेप्टिक गुण मौजूद होते हैं, इसलिए यह घाव सुखान में बहुत लाभकारी है। अगर आपको चोट लग गई है और उसका घाव नहीं सुख रहा है, तो दारुहरिद्रा को पीसकर उसे सरसों के तेल के साथ मिलाकर गर्म करके घाव वाली जगह पर लगाएं, इससे जल्द ही घाव सुख जाएगा।

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

Edited by Shilki
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