करेला खाने से ये गंभीर बीमारियां होती हैं कंट्रोल, जाने सेवन करने का सही तरीका : Karela Khane Se Ye Gambhir Bimariyan Hoti Hai Control, Jane Sevan Karne Ka Sahi Tarika

करेला खाने से ये गंभीर बीमारियां होती हैं कंट्रोल, जाने सेवन करने का सही तरीका (फोटो - sportskeeda hindi)
करेला खाने से ये गंभीर बीमारियां होती हैं कंट्रोल, जाने सेवन करने का सही तरीका (फोटो - sportskeeda hindi)

करेला (Bitter Gourd) जिसका स्वाद कड़वा और तीखा होता है, इस वजह से लोग ज्यादातर लोगों को ये नापसंद होता है, लेकिन करेले में कई ऐसे तत्व मौजूद होते हैं जो व्यक्ति के शरीर को लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। ये कई प्रकार की बीमारियों से भी बचाते हैं। इसकी सब्जी के साथ ही इसका जूस पीकर बड़ी और गंभीर बीमारियों की संभावनाओं को काफी हद तक कम किया जा सकता है। जानते हैं इसके बारे में।

करेला खाने से ये गंभीर बीमारियां होती हैं कंट्रोल, जाने सेवन करने का सही तरीका

सांस संबंधी बीमारियों को दूर रखता है - आज के समय में लोगों को सांस से संबंधी (breath problem) समस्या देखने को मिल रही है। ऐसे में इस समस्या को दूर करने के लिए करेला लाभकारी है। इसके सेवन से कई प्रकार की बीमारियों जैसे अस्थमा और सर्दी-खांसी से बचा जा सकता है। रोजाना इसका सेवन अगर मुमकिन नहीं है, तो भी सब्जी के रूप में हफ्ते में दो से तीन बार इसे खाना फायदेमंद होता है। करेले और तुलसी (tulsi leaves) की पत्तियों को एक साथ पीसकर सुबह-सुबह शहद (honey) के साथ सेवन करने से कई तरह की तकलीफें दूर होती हैं। दमा होने पर बिना मसाले की छौंकी हुई करेले की सब्जी खाने से फायदा होता है।

लिवर के लिए अच्छा होता है - लोगों के खराब खान-पान, ड्रिंक और कुछ बीमारियों का सबसे जल्दी और सीधा असर उनके लिवर (liver) पर पड़ता है। इससे कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स होती हैं और आगे चलकर खाने-पीने में बहुत परहेज करना पड़ता है। लोगों की थोड़ी सी अनदेखी उनके लिए गंभीर समस्या खड़ी कर देती है। ऐसे में लिवर को स्वस्थ रखने के लिए रोजाना एक गिलास करेले का जूस (Bitter Gourd juice) पीना चाहिए। जल्दी असर के लिए एक हफ्ते तक इसका सेवन करें। पानी की कमी होने पर आधा कप पानी में 2 चम्मच करेले का रस मिलाकर तीन से चार बार पीने से फायदा मिलता है।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

Edited by Naina Chauhan
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