तिल का तेल जो सिर्फ खाने के काम नहीं आता है। इस तेल के कई अन्य फायदे भी होते हैं। ठंड के मौसम में लोग अक्सर तिल का उपयोग अधिक करते हैं क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है। यह शरीर को उष्मा प्रदान करती है। तिल के तेल से शरीर की मालिश की जाय तो यह शरीर को मजबूत बनाने का काम करता है। तिल के तेल में बालों को मजबूत और घने बनाने के गुण पाये जाते हैं। वहीं लहसुन में भी बहुत औषधीय गुण पाए जाते हैं। लहसुन एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-वायरल गुणों से भरपूर होता है। जानते हैं तिल के तेल और लहसुन के फायदे।
तिल के तेल के फायदे - Til Ke Tel Ke Fayde In Hindi
एंटी-बैक्टीरियल गुण - तिल के तेल में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। इस कारण यह किसी भी तरह के घाव को जल्द ही ठीक कर देता है। इसके अलावा किसी भी सूजन में आराम देता है और सोराइसिस और एक्जिमा जैसी त्वचा की परेशानियों को दूर करने में भी मदद करता है।
बालों के लिए - तिल का तेल बालों को भीतर से पोषण देने का काम करता है। तिल के तेल को हल्का गर्म कर लीजिए और इसके बाद हल्के हाथों से स्कैल्प पर मसाज कीजिए। कुछ देर के लिए तेल को बालों में लगा रहने दें और फिर सामान्य पानी से धो लें।
लहसुन के फायदे - Lahsun Ke Fayde In Hindi
हाई ब्लड प्रेशर के लिए - लहसुन के सेवन से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से राहत मिल सकती है।लहसुन में बायोएक्टिव सल्फर यौगिक, एस-एललिस्सीस्टीन (S-allylcysteine) होता है। दरअसल, सल्फर की कमी से भी हाई ब्ल्ड प्रेशर की समस्या हो सकती है। ऐसे में शरीर को ऑर्गनोसल्फर यौगिकों वाला पूरक आहार जैसे लहसुन देने से ब्लड प्रेशर को स्थिर किया जा सकता है।
दमा की बीमारी में - अगर किसी को दमा यानी अस्थमा की शिकायत है तो ऐसे में उसके लिए लहसुन का सेवन बहुत लाभकारी होता है। लेकिन अगर किसी दमा के मरीज को एलर्जी है, तो लहसुन का उपयोग डॉक्टर के परामर्श पर ही करना चाहिए। अन्यथा एलर्जी की समस्या बढ़ सकती है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।