शरीर पर चोट लगने पर नील के निशान देखने को मिलते हैं। वहीं गिरने या किसी भारी सतह से टक्कर होने पर अक्सर उस हिस्से पर नीला निशान पड़ जाता है, इसे ब्रूसेज (Bruises) कहते हैं। । यह नीले रंग का निशान टिश्यू को पहुंचने वाली चोट की वजह से होता है। जिसके कारण आपकी ऊपरी स्किन का रंग थोड़ा बहुत बदल जाता है। त्वचा पर नीला निशान तब होता है जब आपकी रक्त धमनियों (ब्लड वेसल्स) में टूट-फूट (डेमेज) होने लगती है। तब टिश्यू के नीचे खून आना शुरू हो जाता है। जानते हैं त्वचा पर नील पड़ने (Bruises) के क्या कारण हैं।
त्वचा पर नील पड़ने (Bruises) के क्या कारण : Twacha Par Neel Padne Ke Kya Karan Hai In Hindi
ब्लीडिंग डिसऑर्डर हो सकता है (Bruising Due To Bleeding Disorders) - नीले निशान आने का सबसे मुख्य कारण तो ब्लीडिंग डिसऑर्डर को माना जाता है। जिसमें खून का थक्का नहीं बनता या बहुत धीरे बनता है। यह बीमारी प्रोटीन की कमी के कारण हो सकती है।
विटामिन K की कमी की वजह से (Vitamins K Deficiency Can Cause Bruising) - अगर आपके शरीर में विटामिन K की कमी हो गई है तो, इसके कारण भी ब्लड क्लॉट बनने में कमी आ सकती है जिससे ब्लीडिंग जारी रहती है। इससे आपके शरीर पर कहीं भी नीले निशान देखने को मिल सकते हैं।
लिवर से जुड़ी समस्या (Alcohol Consumption can cause Bruising) - अगर आप शराब का सेवन बहुत अधिक मात्रा में कर लेते हैं तो इससे लिवर से जुड़ी समस्या देखने को मिलने लगती हैं। जब यह समस्या बड़ी होती जाती है तो यह आपके लिवर की वह प्रोटीन बनाने की क्षमता को कमजोर कर देती है। जो ब्लड क्लॉट करने के लिए आवश्यक होती है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।