डायबिटीज (Diabetes) एक ऐसी बीमारी है, जिसे ठीक नहीं किया जा सकता। हां दवाइयों से इसे कंट्रोल किया जा सकता है लेकिन जड़ से खत्म नहीं किया जा सकता। जब व्यक्ति का शरीर पर्याप्त इंसुलिन हार्मोन का उत्पादन नहीं कर पाता, तब डायबिटीज की बीमारी होती है। जिन लोगों को डायबिटीज है उन्हें स्वस्थ आहार को शामिल करना बेहद ज़रूरी होता है। क्योंकि डायबिटीज में यह बहुत जरूरी होता है कि आप खाने में क्या ले रहे हैं। आपका भोजन इस तरह का होना चाहिए, जिसमें कम से कम, कार्बोहाइड्रेट, वसा और प्रोसेसिंग हो। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि आप डायबिटीज में चिकन या मटन में से किसका सेवन कर सकते हैं।
डायबिटीज में चिकन या मटन किसका करें सेवन
क्या डायबिटीज में कर सकते हैं मटन का सेवन-
एक रिसर्च के मुताबिक शुगर के मरीजों को रेड मीट और चिकन (Chicken) दोनों का ही ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए। दरअसल, लाल मांस (Red Meat) में आयरन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, जो शरीर को बहुत नुकसान पहुंचा सकती है। वही इसमें सैचुरेटेड साइड की मात्रा भी अधिक होती है जिससे कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों (Cardiovascular disease) का खतरा बढ़ सकता है। रेड मीट में सोडियम और नाइट्राइट मौजूद होते हैं, जो टाइप 2 मधुमेह (Type 2 diabetes) का कारण बनते हैं।
लेकिन एक नए शोध में ये पता चला है कि बकरी के मांस में अधिक पोषक तत्व होते हैं और यह पोल्ट्री की तुलना में ज्यादा फायदेमंद है। बकरी के मांस को अन्य रेड मीट की तुलना में बेहतर विकल्प माना गया। इसमें अधिक पोटेशियम (Potassium) होने की वजह से मधुमेह और उच्च रक्तचाप वाले लोगों के लिए यह एक बेहतर विकल्प हो सकता है। लेकिन फिर भी आप इसे कम मात्रा में खाएं।
क्या डायबिटीज के मरीज चिकन का सेवन कर सकते हैं -
डायबिटीज में चिकन का सेवन किया जा सकता है क्योंकि चिकन में प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है और वसा की मात्रा कम होती। चिकन में ग्लाइसेमिक इंडेक्स (Glycemic Index) वैल्यू कम होती है। जिससे ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है। इसके साथ ही चिकन में भरपूर मात्रा में आयरन, विटामिन, कैल्शियम और फॉस्फोरस होता है। डॉक्टर्स के मुताबिक अगर हम चिकन को हेल्दी तरीके से पका कर सेवन करते हैं, तो इसका कोई नुकसान नहीं होता है।
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