अस्थमा की समस्या होने पर सांस फूलना, सांस लेने में तकलीफ और कई स्थितियों में दम घुटने की समस्या होती है। अस्थमा एक बेहद ही गंभीर बीमारी है। अस्थमा को जहां घरेलू उपचार के जरिए नियंत्रित किया जा सकता है तो वहीं योग के जरिए भी अस्थमा की समस्या में काफी राहत पाया जा सकता है। योग प्राचीन कला है जो पूरे शरीर को स्वस्थ रखने के साथ-साथ कई बीमारियों को दूर भगाने में मदद करती है।
अस्थमा को दूर करने में सहायक आसन और प्राणायाम Asanas and Pranayama helpful in removing asthma in Hindi
भुजंगासन (bhujangasana for asthma)
अस्थमा की समस्या में भुजंगासन बेहद ही फायदेमंद योग हो सकता है। इसके नियमित अभ्यास से अस्थमा की जटिलताओं को कम किया जा सकता है। इस योग को करने के लिए पेट के बल लेटकर हथेली को कंधों के नीचे रखें। सांस लेते हुए और शरीर के अलग हिस्सों को ऊपर की ओर उठाएं। 10-20 सेकंड्स तक इसी स्थिति में रहें और फिर सामान्य अवस्था में आ जाएं।
पवनमुक्तासन (pawanmuktasana benefits)
नियमित रूप से पवनमुक्तासन करने से अस्थमा के रोगियों को काफी लाभ मिलता है। इसके लिए पीठ के बल लेट जाएं और दोनों पैरों को मिलाते हुए हथेली को जमीन पर लगाएं। इसके बाद दाहिने पैर को घुटने से मोड़ते हुए छाती तक लगाएं। फिर अपने दोनों हाथों की उंगलियों को मिलाते हुए घुटने से थोड़ा नीचे होल्ड कर लें। अब पैरों से छाती पर दबाव पड़े तो धीरे-धीरे सांस को अंदर बाहर छोड़ें। इस आसन को प्रतिदिन करने से काफी राहत मिलेगा।
ब्रिज पोज (bridge pose asana benefits)
अस्थमा की समस्या में ब्रिज पोस आसन को नियमित रूप से करना शुरू कर दें। इसके साथ ही ये कम दर्द में भी काफी राहत दिलाता है। ये योग सांस लेने की क्षमता में सुधार करने में काफी लाभदायक माना जाता है। इस योग को करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं, फिर अपने पैरों को कंधे की चौड़ाई से थोड़ा अलग करते हुए घुटनों को मोड़ लें। फिर हथेलियों को खोलते हुए हाथ को बिल्कुल सीधा जमीन पर सटा कर रखें। अब सांस लेते हुए कमर के हिस्से को ऊपर की ओर उठाएं, कंधे और सिर को सपाट जमीन पर ही रखें। सांस छोड़ते हुए दोबारा से पूर्ववत स्थित में आ जाएं।
नाड़ी शोधन प्राणायाम (nadi shodhana pranayama benefits for asthma)
अस्थमा की समस्या में नाड़ी शोधन प्राणायाम करना शुरू कर दें। इसमें काफी राहत मिलती है। इसके साथ ही मन और शरीर भी तनाव मुक्त रहता है।
अर्ध मत्स्येंद्रासन (ardha matsyendrasana benefits in hindi)
अर्ध मत्स्येंद्रासन आसन छाती को खोलता है और फेफड़ों में ऑक्सीजन की आपूर्ति को सुधारता है, जिससे आपको अस्थमा की संभावना कम हो जाती है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।