नीदरलैंड्स में हॉकी चैम्पियंस ट्रॉफी का समापन हो गया। फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने शूट आउट तक चले मुकाबले में भारत को 3-1 से हरा दिया। 60 मिनट के खेल के बाद स्कोर 1-1 से बराबर रहा तब शूट आउट से नतीजा निकला। ऑस्ट्रेलिया ने 15वीं बार इस ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। भारत के पास पहली बार खिताब जीतने का मौका था लेकिन उन्होंने इसे गंवा दिया। पहले हाफ में दोनों ही टीमों ने जबरदस्त आक्रमण किया लेकिन भारत को फायदा नहीं मिला। 13वें मिनट में भारत से चूक हुई। इसके बाद विपक्षी टीम के हमलों को भारतीय टीम रोकती रही। 24वें मिनट में ऑस्ट्रेलिया को पेनल्टी कॉर्नर मिला और उसका उन्होंने बखूबी फायदा उठाते हुए गोल किया। गोवर्स ने गेंद को बॉक्स में पहुंचाते हुए स्कोर 1-0 कर दिया और ऑस्ट्रेलिया को बढ़त मिल गई। दूसरा हाफ शुरू होने पर भारत को 33वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन इस मौके को वे भुना नहीं पाए। 43वें मिनट में भारत के लिए चिन्गलेन के पास पर विवेक सागर ने गेंद को गोल बॉक्स में पहुंचाकर स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया। इसके बाद भी भारत को कुछ मौके मिले लेकिन ऑस्ट्रेलिया के डिफेन्स ने उन्हें रोकने में कामयाबी हासिल की।भारत ने पूरे हाफ के दौरान पकड़ बनाए रखी और विपक्षी टीम को कोई मौका नहीं दिया। मैच के अंत तक दोनों टीमों की तरफ से कोई गोल नहीं हुआ और मुकाबला शूट आउट में चला गया। पेनल्टी शूट आउट में भारत ने 1 बार गेंद को बॉक्स में पहुंचाया और दो बार लगातार मिस किया लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने शुरूआती दोनों मौकों पर गोल किये। इसके बाद भारत ने तीसरे मौके पर गोल किया और ऑस्ट्रेलिया का तीसरा मौका खाली गया लेकिन चौथे मौके में कंगारू टीम ने गोल दाग मुकाबला 3-1 से अपने नाम कर लिया।