मलेशिया के कुंटन में रविवार को भारतीय हॉकी टीम ने देश को ख़िताबी जीत का तोहफ़ा दिया है। चौथे एशियन चैंपियंस ट्रॉफ़ी के फ़ाइनल मुक़ाबले में भारत ने पाकिस्तान को कड़े मुक़ाबले में 3-2 से मात देकर ख़िताब जीता। फ़ाइनल मुक़ाबले में दोनों ही टीमों ने ज़ोरदार शुरुआत की थी, पहले क्वार्टर में भारत की ओर से ज़बर्दस्त आक्रमण किया गया लेकिन पाकिस्तानी रक्षापंक्ति का तोड़ भारत के पास नहीं था। हालंकि दूसरा हाफ़ टीम इंडिया के लिए शानदार गया, जहां 18वें मिनट में भारत ने गोल करते हुए पाकिस्तान पर बढ़त बना ली थी। भारत की तरफ़ से ये गोल रुपिंदर सिंह पाल ने किया, जो पेनल्टी कॉर्नर के ज़रिए आया था। पाकिस्तान अभी इस गोल के सदमें से उबर भी नहीं पाया था कि ठीक पांच मिनट बाद 23वें मिनट में भारत के युसूफ़ अफ़्फान ने एक और गोल करते हुए टीम इंडिया की बढ़त 2-0 कर दी थी। दूसरे क्वार्टर तक भारत ने पाकिस्तान पर 2-0 की बढ़त बना ली थी और लग रहा था कि यहां से भारत एक आसान जीत की ओर बढ़ रहा है। लेकिन तीसरा क्वार्टर पाकिस्तान के नाम गया, जिसमें बिलाल मुहम्मद अलीम और शान अली ने गोल दागे। 26वें मिनट में बिलाल मुहम्मद ने और 38वें मिनट में शान अली ने भारत के ख़िलाफ़ गोल करते हुए एक बार फिर पाकिस्तान को मैच में वापस ला दिया था और स्कोर 2-2 से बराबर हो चुका था। आख़िरी क्वार्टर बेहद अहम था और दोनों ही देशों की धड़कनें इस 15 मिनट में रुक चुकी थीं, गत विजेता पाकिस्तान ने इस क्वार्टर में भी आक्रमक खेल दिखाते हुए भारत पर दबाव बनाने की कोशिश की, लेकिन भारतीय रक्षापंक्ति ने इसका जवाब शानदार अंदाज़ में दिया। मैच में भारत को निर्णायक बढ़त थिमैया चंदाना ने दिलाई, जब 51वें मिनट में इस खिलाड़ी ने गोल करते हुए भारत को 3-2 से आगे ला दिया और फिर हूटर बजते ही भारत ने एशियन चैंपियंस ट्रॉफ़ी पर अपना कब्ज़ा जमा लिया। भारत ने दूसरी बार इस ख़िताब पर कब्ज़ा जमाया है, भारत के अलावा दो बार पाकिस्तान ने भी इस ट्रॉफ़ी को अपने नाम किया है।