बांग्लादेश में खेली जा रही एशियन चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी प्रतियोगिता में भारतीय टीम का सामना आज चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान से होगा। दोनों ही टीमें 2018 में आखिरी बार हुए इस टूर्नामेंट की संयुक्त विजेता बनीं थीं, ऐसे में एशिया में हॉकी का बॉस कौन है, ये देखने के लिए फैंस बेताब हैं। टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली टीम इंडिया के हौसले बुलंद हैं। वहीं पिछले काफी समय से बुरे हालात से गुजर रही पाकिस्तान की टीम इस प्रतियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन करके हॉकी के टर्फ पर वापसी की कोशिश में है और भारत के खिलाफ जीत उसे हौसला वापस दिला सकती है। मुकाबला आज दोपहर 3 बजे से खेला जाएगा।
भारत ने टूर्नामेंट के पहले मुकाबले में दक्षिण कोरिया के साथ 2-2 से ड्रॉ खेला था जबकि दूसरे मैच में मेजबान और अपना डेब्यू कर रही बांग्लादेश की टीम को 9-0 से हराया। लेकिन भारत की असली परीक्षा पाकिस्तान के खिलाफ होगी। कप्तान मनप्रीत सिंह की अगुवाई में खेल रही टीम में टोक्यो ओलंपिक में शामिल हुए 8 खिलाड़ी नहीं खेल रहे हैं, ऐसे में टीम को अपनी लय बनाए रखने और एशिया में वर्चस्व कायम रखने के लिए ये खिताब जीतना बहुत जरूरी है। वहीं पाकिस्तान की टीम ने जापान के खिलाफ हुआ अपना मैच गोलरहित ड्रॉ पर खत्म किया था। और अब फैंस को इंतजार है टीम इंडिया और पाकिस्तान की भिड़ंत का। दोनों टीमों ने आपस में आखिरी मैच भी 2018 में एशियन चैंपियन्स ट्रॉफी में ही खेला था जहां भारत को जीत मिली थी। ऐसे में करीब 3 साल बाद दोनों टीमों को आमने-सामने देखने के लिए कई फैंस रोमांचित हैं।
साल 2011 में एशियाई हॉकी फेडरेशन की ओर से शुरु हुई इस प्रतियोगिता में सामान्य रूप से एशिया की टॉप 6 टीमें भाग लेती हैं। भारत ने 2011, 2016 और 2018 में खिताब जीता था। जबकि पाकिस्तान ने 2012, 2013 और 2018 में संयुक्त रूप से भारत के साथ खिताब जीता। पिछले 5 बार से तीसरे स्थान पर रहने वाली मलेशिया की टीम ने इस बार टूर्नामेंट से नाम वापस ले लिया है, जिस कारण इस बार केवल 5 टीमें हिस्सा ले रही हैं। भारत FIH रैंकिंग में तीसरे नंबर की टीम है और इस टूर्नामेंट में सबसे अच्छी रैंकिंग वाली टीम है, ऐसे में दक्षिण कोरिया (16), जापान (17) और पाकिस्तान (18) से पार पाना भारत के लिए काफी जरुरी है।