भारतीय महिला हॉकी टीम ने दुनिया की नंबर-2 अर्जेंटीना को कड़ी टक्कर जरूर दी, लेकिन रोमांचक मुकाबले में उसे 2-3 की शिकस्त झेलनी पड़ी। अर्जेंटीना ने 25वें मिनट में मिकेला रेतेगुई के गोल से 1-0 की बढ़त बनाई थी, लेकिन फिर भारत ने जोरदार वापसी की और शर्मिला (34वें मिनट) व गुरजीत कौर (40वें मिनट) ने के गोल से स्कोर 2-1 से अपने पक्ष में कर लिया।
इसके बाद अर्जेंटीना ने आखिरी क्वार्टर में अपना जलवा दिखाया और ऑगस्टिना गोरजेलानी (50वें) व ग्रैनाटो मारिया (57वें मिनट) के गोल की बदौलत मुकाबला 3-2 से अपने नाम कर लिया। भारतीय महिला हॉकी टीम के हेड कोच जोएर्ड मारिजाने के हवाले से हॉकी इंडिया की विज्ञप्ति में कहा गया, 'हम जीत के करीब थे, लेकिन अर्जेंटीना जैसी विरोधी टीम के खिलाफ आपको निर्णायक हूटर बजने तक चौकन्ना रहना पड़ता है। इस मैच से सबसे बड़ी चीज सीखने को मिली कि चारों क्वार्टर में निरंतरता थी।'
भले ही अर्जेंटीना ने भारत को मैच की शुरूआत में बैकफुट पर धकेल दिया था, जब 6ठें मिनट में उसने पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया था। भारतीय गोलकीपर सविता ने शानदार बचाव करके इस खतरे को टाला था। अर्जेंटीना ने लगातार मौके खोजे और दूसरे क्वार्टर में 21वें व 23वें मिनट में उसे फिर पेनल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन भारत का डिफेंस किले की तरह डटा रहा। रेतेगुई ने 25वें मिनट में गोल करके घरेलू टीम को 1-0 की बढ़त दिलाई।
भारतीय महिला हॉकी टीम ने दूसरे हाफ में की जोरदार वापसी
हाफ टाइम ब्रेक के 10 मिनट बाद भारतीय महिला हॉकी टीम ने जोरदार वापसी की और अनुशासन के साथ खेलना शुरू किया। उन्होंने 25 यार्ड के मार्क तक गैप भरे और अर्जेंटीना को अपने खेमे में घुसने का कोई मौका नहीं दिया।
फॉरवर्ड लाइन ने इस बीच गोल करने के कई प्रयास किए और उसे 34वें मिनट में सफलता मिली जब नवजोत कौर ने युवा फॉरवर्ड शर्मिला के लिए मूव बनाया, जिसने स्ट्राइक मारके गोल दागा। अर्जेंटीना को 38वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन भारत ने स्कोर 1-1 से बराबर रखने में कामयाबी हासिल की।
40वें मिनट में भारत की अकेली ड्रैग फ्लिकर गुरजीत कौर ने दमदार शॉट जमाकर गोल दागकर भारत को 2-1 की बढ़त दिलाई।
अगले कुछ मिनटों भारत और अर्जेंटीनो दोनों को पेनल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन कोई इसे गोल में तब्दील नहीं कर पाया। अर्जेंटीना ने फिर दमदार वापसी की और दनादन दो गोल दागकर मैच अपने नाम किया।