डिफेंडर दीप ग्रेस एक्का ने कहा कि भारतीय महिला हॉकी टीम की बैक लाइन में अनुभव और युवा का अच्छा मिश्रण है, जिससे टोक्यो ओलंपिक्स में टीम को फायदा मिलेगा। भारतीय महिला हॉकी टीम ने हाल ही में शीर्ष टूर्नामेंट्स में अच्छे नतीजे प्राप्त किए हैं, जिसमें 2018 एशियाई गेम्स में सिल्वर मेडल और ओलंपिक्स के लिए लगातार दूसरी बार क्वालीफाई करना शामिल है। दीप ग्रेस एक्का ने कहा कि भारतीय महिला हॉकी टीक का डिफेंस मजबूत करने के लिए अनुभवी खिलाड़ी युवाओं के साथ काम कर रही हैं।
दीप ग्रेस एक्का के हवाले से जारी मीडिया रिलीज में कहा गया, 'यह अच्छा है कि हमारी डिफेंस लाइन में अनुभवी और युवा खिलाड़ियों का मिश्रण है। हम युवाओं को मार्गदर्शन दे रहे हैं ताकि वह अपने खेल में बेहतर हो और मुझे भरोसा है कि कुछ महीनों बाद डिफेंस की ईकाई के रूप में हम और बेहतर होंगे।'
सीनियर डिफेंडर दीप ग्रेस एक्का ने आगे कहा, 'अच्छी डिफेंस लाइन होने से किसी भी टीम को मदद मिलती है और अगर हम मजबूती से डटे रहे तो इससे भारतीय महिला हॉकी टीम को बड़ा फायदा होगा, विशेषकर ओलंपिक्स जैसे बड़े टूर्नामेंट में।'
कोरोना वायरस के कारण पूरी दुनिया के लिए पिछले कुछ महीने काफी कड़े बीते हैं। दुनियाभर की खेल गतिविधियां इस जानलेवा बीमारी के कारण ठप्प पड़ी हैं। इससे एथलीट्स के मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ रहा है।
युवाओं का ध्यान सिर्फ हॉकी पर होना चाहिए: एक्का
दीप ग्रेस एक्का ने कहा कि यह उनकी जिम्मेदारी है कि इस कड़े समय में वो टीम की युवाओं को प्रोत्साहित रखें। दीप ग्रेस एक्का ने कहा, 'भारतीय महिला हॉकी टीम की सीनियर खिलाड़ी होने के नाते, यह मेरी जिम्मेदारी है कि इस कड़े समय में युवा खिलाड़ी हताश नहीं हो और सकारात्मक रहे। इस समय के दौरान नकारात्मकता रखना आसान है, लेकिन हमारे समूह ने प्रत्येक दिन का अच्छे से ख्याल रखा है। यह मेरी जिम्मेदारी है कि युवाओं को प्रोत्साहित रखूं ताकि वह अच्छा प्रदर्शन करे। हम सभी जब मैदान से दूर थे तो अपनी फिटनेस पर ध्यान दिया। हम जल्द ही पिच पर अपना अभ्यास शुरू करेंगे।'
ओडिशा की 26 साल की दीप ग्रेस एक्का ने कहा कि भारतीय महिला हॉकी टीम इस समय अपनी फिटनेस पर ध्यान लगाकर इस समय के साथ खुद को ढालने की कोशिश कर रही है। दीप सिंह इक्का ने कहा, 'लॉकडाउन के दौरान और अब भी हमारे पास पर्याप्त सुविधाएं हैं। हमें लॉकडाउन के दौरान उनसे अच्छी तरह फिटनेस की बात क्यों करते हो।'