भारतीय हॉकी टीम ने एशियन चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीत लिया है। टीम इंडिया ने बेहद रोमांचक फाइनल में 3-1 से पिछड़ने के बाद वापसी कर मलेशिया को 4-3 से मात दी और चौथी बार इस टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम किया।
चेन्नई में खेले गए फाइनल की शुरुआत में मलेशियाई टीम काफी जोरदार अटैक करती दिखी। हालांकि भारतीय टीम ने खुद को संभाला और 9वें मिनट में पेनेल्टी कॉर्नर हासिल किया। जुगराज सिंह ने बिना मौका गंवाए इसे गोल में बदल भारत को 1-0 की बढ़त दिला दी। लेकिन इसके बाद मलेशियाई टीम ने अपने हमले बढ़ाए। 14वें मिनट में अबु कमल अजराई ने गोल कर मलेशिया को बराबरी पर ला दिया।
इसके बाद दूसरे क्वार्टर में 18वें और 28वें मिनट में पेनेल्टी कॉर्नर को सफलतापूर्वक गोल में बदल मलेशियाई टीम ने मैच का रुख 3-1 से अपनी ओर मोड़ लिया। यहां से भारत की हार का डर फैंस को सताने लगा। ऐसे में तीसरे क्वार्टर के अंत से ठीक पहले मलेशिया के फाउल के कारण भारत को पेनेल्टी स्ट्रोक मिला। कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने इसे गोल में बदला। थोड़ी ही देर में गुरजंत सिंह ने कार्ती की मदद से गोल कर स्कोर 3-3 की बराबरी पर ला दिया। इसके बाद 56वें मिनट में टीम के शानदार प्रयास की बदौलत आकाशदीप ने गोल किया और भारत ने 4-3 के स्कोर से मैच और ट्रॉफी, दोनों जीत लिए।
भारत ने साल 2011, 2016, 2018 और अब 2013 में खिताब जीतने में कामयाबी हासिल की है। पिछले साल टीम कांस्य पदक जीतने में कामयाब रही थी। जबकि मलेशियाई टीम का यह पहला फाइनल था। वहीं जापान ने पिछली बार की चैंपियन दक्षिण कोरिया को हराकर तीसरा स्थान हासिल किया। भारतीय खिलाड़ी मनदीप सिंह को 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' के खिताब से नवाजा गया जबकि दक्षिण कोरिया के गोलकीपर किम-जेई ह्यून सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर चुने गए। टूर्नामेंट में भारतीय कप्तान हरमनप्रीत ने सर्वाधिक 9 गोल किए।