भारतीय हॉकी टीम के अनुभवी डिफेंडर हरमनप्रीत सिंह को अंतरराष्ट्रीय हॉकी फेडरेशन यानी FIH की ओर से वर्ष का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया है। हरमनप्रीत को लगातार दूसरे साल इस प्रतिष्ठित खिताब से नवाजा गया है। इस खिताब को उनसे पहले सिर्फ मौजूदा कप्तान मनप्रीत सिंह ही जीत पाए हैं और हरमनप्रीत इसे दो बार जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं।
हरमनप्रीत इतिहास के चौथे खिलाड़ी हैं जिन्हें लगातार दो साल यह खिताब मिला हो। उनके अलावा नीदरलैंड के ट्यून डे नूजिर, ऑस्ट्रेलिया के जेमी डॉयर और बेल्जियम के आर्थर वैन डोरेन जैसे दिग्गज लगातार दो साल वर्ष के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी होने का पुरस्कार जीत चुके हैं। खास बात ये है कि पिछले तीन सालों से लगातार भारत को ये अवॉर्ड मिल रहा है। 2019-20 सीजन के लिए कप्तान मनप्रीत सिंह को पुरस्कार मिला था, और अब पिछले दो सालों से हरमनप्रीत सिंह इससे नवाजे गए हैं। हरमनप्रीत ने FIH को दिए इंटरव्यू में इस अवॉर्ड को प्रेरणा देने वाला बताया।
मैं बहुत ज्यादा गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं कि मुझे लगातार दूसरी बार ये खिताब मिला है। यह खिताब मेरे लिए काफी मायने रखता है क्योंकि इससे मुझे और अच्छा खेलने की प्रेरणा मिलती है। साथ ही यह मुझे और बेहतर करने के लिए भी आगे बढ़ाते हैं। मैं हमारे फैंस का भी धन्यवाद देता हूं, जिनकी वजह से हम हॉकी को इस स्तर पर लाने में कामयाब हुए हैं।
हरमनप्रीत को ये अवॉर्ड दिए जाने की घोषणा के बाद उनके घर में खुशी का माहौल है। परिवार के साथ हरमनप्रीत ने केक काटकर इस उपलब्धि को सेलिब्रेट किया, जिसका वीडियो हॉकी इंडिया की ओर से शेयर किया गया है। 26 साल के हरमनप्रीत अपने ड्रिबलिंग कंट्रोल और फ्लिक के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने पिछले 16 गेम में 18 गोल दागे हैं।
FIH प्लेयर ऑफ द ईयर देने की शुरुआत साल 1998 में बाकी FIH पुरस्कारों के साथ हुई थी। साल 2005 में भारत की ओर से दिलीप टिर्की और देवेश चौहान इसके लिए नामित हुए थे, 2007 में प्रभजोत सिंह को नॉमिनेट किया गया था, लेकिन यह पुरस्कार जीत नहीं पाए। साल 2012 में पूर्व भारतीय कप्तान सरदार सिंह भी नामित हुए। लेकिन पहली बार 2019 में मनप्रीत सिंह अवॉर्ड जीतने वाले पहले भारतीय बने।