भारतीय हॉकी टीम एशियन हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी के अपने दूसरे मुकाबले में जापान के खिलाफ हारते-हारते बच गई। चेन्नई में हो रही चैंपियनशिप के इस मैच में जापानी टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन कर टीम इंडिया के खिलाफ शानदार डिफेंस दिखाया। मैच में तीसरे क्वार्टर के अंत होने से ठीक पहले तक जापानी टीम 1-0 से आगे थी, लेकिन फिर हरमनप्रीत सिंह की बदौलत भारत ने गोल कर मैच बचाने में कामयाबी हासिल की। हालांकि इस ड्रॉ के कारण भारत को जापान के साथ अंक साझा करने पड़े।
मैच के शुरुआती मिनटों में भारतीय टीम ने कुछ अच्छे मौके बनाए लेकिन इन्हें सफल नहीं बना सकी। पांचवे मिनट में भारत को पेनेल्टी कॉर्नर के लगातार चार अवसर मिले, पर टीम इंडिया एक भी गोल नहीं कर पाई। पहले क्वार्टर के अंत तक भारतीय टीम कुल मिले 8 पेनेल्टी कॉर्नर में असफल रही। मैच के दूसरे क्वार्टर में जापानी टीम ने 23वें मिनट में गोल दाग 1-0 की बढ़त ली। इसके बाद काफी संघर्ष कर पेनेल्टी कॉर्नर को गोल में बदल मैच बराबरी पर ला दिया।
भारतीय टीम ने टूर्नामेंट में अपने पहले मैच में चीन के खिलाफ 7-2 से जीत हासिल की थी, लेकिन इस ड्रॉ से टीम को पूरे 3 अंक नहीं मिलेंगे। फिलहाल कुल 4 अंकों के साथ प्वाइंट टेबल में टीम दूसरे स्थान पर है। दिन के अन्य मुकाबलों में गत विजेता दक्षिण कोरिया और जापान ने भी 1-1 से ड्रॉ खेला। इसके बाद मलेशिया ने चीन पर 5-1 से जीत दर्ज की।
टूर्नामेंट में एशिया की टॉप 6 हॉकी टीमें भाग ले रही हैं। सभी टीमों के बीच राउंड रॉबिन की तर्ज पर मैच हो रहे हैं। भारतीय टीम 6 अगस्त को अपना तीसरा मैच मलेशिया के खिलाफ खेलेगी, दक्षिण कोरिया के खिलाफ 7 अगस्त और फिर पाकिस्तान के खिलाफ 9 अगस्त को मैच होगा। तीन बार की विजेता भारतीय टीम को जापान के खिलाफ मैच के परिणाम को देखते हुए अपने खेल को सुधारना होगा।