भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने बुधवार को यूरोप दौरे में चार मैचों की सीरीज के दूसरे मुकाबले में जर्मनी के खिलाफ 1-1 से ड्रॉ खेला। जरमनप्रीत ने चौथे मिनट में भारत के लिए खाता खोला जबकि मार्टिन हानेर ने जर्मनी के लिए बराबरी का गोल दागा। पहले मैच में 6-1 की विशाल जीत दर्ज करने वाली विश्व नंबर-4 भारतीय टीम ने दूसरे मैच में आक्रामक शुरूआत करते हुए मेजबान टीम पर दबाव बनाया और इसका फायदा उसे चौथे मिनट में ही मिला। भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला और डिफेंडर जरमनप्रीत ने क्लासिक स्लेप शॉट जमाकर गोल दागा।
हालांकि, दो मिनट के अंदर ही जर्मनी ने वापसी करने का दम दिखाया क्योंकि उसे भी पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन वह उस समय भारत के खिलाफ बराबरी का गोल दागने से चूक गई। मेहमान टीम ने दूसरे क्वार्टर में अपना हावीपन जारी रखा और गेंद पर कब्जा भी ज्यादा देर रखा। भारतीय टीम में संयोजन और संतुलन देखने को बखूबी अंदाज में मिला और उनमें अपनी बढ़त दोगुनी करने की आस भी दिखी। हालांकि, जर्मनी ने मेन-टू-मेन की रणनीति अपनाकर भारत पर दबाव बनाने का पूरा प्रयास किया।
भारत-जर्मनी ने हाफटाइम से पहले ही किए गोल
जर्मनी ने दूसरे क्वार्टर में अपने हमले तेज किए और इसकी बदौलत उसे एक के बाद एक पेनल्टी कॉर्नर मिले। दूसरे प्रयास में अनुभवी मार्टिन हानेर ने गोल करके जर्मनी को 1-1 की बराबरी पर पहुंचा दिया। हाफ टाइम तक भारत-जर्मनी का स्कोर 1-1 से बराबर रहा।
तीसरे क्वार्टर में जर्मनी ने भारत पर दबाव बनाने की कोशिश की और गोल करने के मौके बनाए, लेकिन भारतीय डिफेंडर्स ने शानदार काम किया और जर्मनी की फॉरवरर्ड लाइन को कोई मौका नहीं दिया। सुरेंद्र कुमार ने तीसरे क्वार्टर के बिलकुल आखिरी मिनट में शानदार बचाव करके स्कोर 1-1 की बराबरी पर रखा।
चौथे व अंतिम क्वार्टर में कई सांस थाम देने वाले पल आए। दोनों ही टीमें गोल करने के लिए बेकरार नजर आई और इसलिए दोनों ने अपने हमले तेज रखे। हालांकि, कोई भी टीम गोल नहीं कर पाई और मुकाबला 1-1 से ड्रॉ पर समाप्त हुआ। भारतीय टीम के प्रमुख कोच ग्राहम रीड ने कहा, 'हमारे खिलाड़ियों के लिए यह अच्छा मुकाबला था क्योंकि यहां कड़ी फाइट मिली और टीम ने कड़ी मेहनत की। दोनों ही टीमों ने मौके बनाने की कोशिश की और मेरा मानना है कि हमें इस मैच से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा।' भारतीय टीम अब शनिवार को ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ मैच खेलेगी।