इटालियन स्कीट कोच एनियो फालको इस साल ओलंपिक गेम्स के लिए भारतीय शूटर्स की तैयारी नहीं कराएंगे क्योंकि वह कतर की राष्ट्रीय टीम से जुड़ गए हैं। नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एनआरएआई) के एक अधिकारी ने शनिवार को इसकी जानकारी दी। पूर्व ओलंपिक चैंपियन 52 साल के फालको ने अगस्त 2020 में खुद को पेपर्स में दर्ज कराया था, लेकिन राष्ट्रीय टीम चयन में उनके बोलने की गुजारिश को नजरअंदाज कर दिया गया था। एनआरएआई ने इस बात पर उनकी गुजारिश नकारी थी कि रैंकिंग के आधार पर शूटर्स का चयन करना है।
एक अधिकारी ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, 'चूकि वह एक अच्छे कोच हैं, तो एनआरएआई ने उन्हें अपने विचार पर दोबारा सोचने के लिए मनाया था। हम चाहते थे कि वह जुलाई-अगस्त में होने वाले ओलंपिक में साथ रहें। अब वह कतर टीम से जुड़ गए हैं तो भारत से दोबारा जुड़ने का कोई मौका ही नहीं।'
ओलंपिक गेम्स 23 जुलाई से 8 अगस्त तक टोक्यो में आयोजित होंगे। एनआरएआई को उम्मीद थी कि फाल्को कायरो में जारी शॉटगन विश्व कप से पहले फरवरी में राष्ट्रीय टीम से जुड़ेंगे।
फालको के अनुबंध में किया गया था फेरबदल
टोक्यो ओलंपिक्स का कार्यक्रम दोबारा निर्धारित किया गया, जिसे ध्यान में रखते हुए फालको का अनुबंध अगस्त 2020 से बढ़ाकर सितंबर 2021 तक कर दिया गया था। 1996 ओलंपिक चैंपियन को अनुबंध के मुताबिक 600 यूरो (करीब 53,300 रुपए) प्रतिदिन के हिसाब से साल के 160 दिन (84,80,000 रुपए) का करार किया था। एक सूत्र ने कहा, 'फालको ज्यादा रकम चाहते थे। इस मामले में भी उनसे बातचीत की गई थी।' फालको राष्ट्रीय टीम के साथ 6 साल से जुड़े हुए थे। एक शूटर ने कहा, 'फालको देश में स्कीट स्पर्धा का पूरा ढांचा बढ़ाने में मदद कर रहे थे।'
शूटर्स ने 15 कोटा हासिल किए, जिसमें से ओलंपिक्स में दो शॉटगन (स्कीट) के लिए थे। कोटा जगह देश को मिलता है कि शूटर्स को। भारत को स्कीट कोटा पंजाब के अंगदवीर सिंह बाजवा और उत्तर प्रदेश के मैराज अहमद खान की बदौलत मिला था।
बाजवा के निजी कोच नॉर्वे के टोरे ब्रोवोल्ड थे जबकि खान और अन्य शीर्ष शूटर्स फालको की निगरानी में ट्रेनिंग कर रहे थे। एनआरएआई अधिकारी ने कहा, 'फिलहाल अन्य कोच की नियुक्ति संभव नहीं क्योंकि सभी व्यस्त हैं। मगर हम ओलंपिक्स के बाद अगले चार साल के लिए नए कोच को नियुक्त करेंगे।'