टोक्यो बाउंड आईएसएसएफ ज्यूरी अधिकारी और नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एनआरएआई) के संयुक्त सचिव प्रधान पवन सिंह को विश्व कप और 2019 में भारत में विश्व कप फाइनल्स में योगदान के लिए गोल्ड मेडल मिला। इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट फेडरेशन (आईएसएसएफ) ने पिछले सप्ताह दिल्ली में संपन्न आईएसएसएफ विश्व कप के समापन के बाद गोल्ड मेडल दिया। जुलाई में जब टोक्यो गेम्स की शुरूआत हुई तो पवन सिंह ओलंपिक्स में ज्यूरी बनने वाले पहले भारतीय अधिकारी बनेंगे।
इससे पहले 2016 और 2017 में विश्व कप और एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर्स का सफल आयोजन कराने के लिए पवन सिंह को आईएसएसएफ से ब्रॉन्ज और सिल्वर मेडल मिला था। हाल ही में संपन्न आईएसएसएफ विश्व कप सिंह का बतौर प्रतियोगिता प्रबंधक पांचवां असाइनमेंट थ और उनके कार्य को अंतरराष्ट्रीय ईकाई से सराहना मिली है।
पवन सिंह ने इन लोगों का आभार प्रकट किया
पवन सिंह ने कहा, 'मैं आईएसएसएफ का आभारी हूं, जिन्होंने एक बार फिर मेरे काम की सराहना की। मैं एनआरएआई अध्यक्ष रणिंदर सिंह, भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) और एनआरएआई में मेरे टीम के साथियों का शुक्रियाअदा करता हूं, जिन्होंने हर कदम पर मेरी मदद की। यह अवॉर्ड मेरे लिए बड़ा सम्मान है और इससे मुझे आगे टोक्यो गेम्स में कड़ी मेहनत करने का हौसला मिलेगा, जहां मैं ज्यूरी के रूप में हिस्सा ले रहा हूं। मैं टोक्यो में अपना सर्वश्रेष्ठ देते हुए देश को गौरवान्वित करना चाहता हूं।'
बता दें कि पिछले साल के बाद आईएसएसएफ विश्व कप पहली अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता थी, जिसमें पवन सिंह को प्रतियोगिता प्रबंधक के रूप में नियुक्त किया गया था। यह इवेंट अंतरराष्ट्रीय ईकाई के लिए जरूरी था क्योंकि इसमें रैंकिंग आधारित टोक्यो गेम्स के लिए कोटा प्रस्तावित थे। विश्व कप में कोविड-19 नियमों का सख्ती से पालन किया गया और इसका मंगलवार को सफल समापन हुआ।