अंगदवीर सिंह बाजवा, मैराज अहमद खान और गुरजोत खानगुरा वाली भारतीय पुरुष स्कीट टीम ने शुक्रवार को कायरो में शॉटगन विश्व कप में कजाख्स्तान को 6-2 से मात देकर टीम ब्रॉन्ज मेडल जीता। भारतीय शूटर्स का व्यक्तिगत स्पर्धा में प्रदर्शन प्रभावी नहीं रहा। वो सिक्स-शूटर फाइनल में कट पाने से चूक गए, लेकिन सीजन की पहली इंटरनेशनल प्रतियोगिता में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर अपनी स्थिति अच्छी की।
ओलंपिक गेम्स कोटा विजेता बाजवा और खान से बहुत कुछ उम्मीद थी, लेकिन दोनों प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे। व्यक्तिगत स्पर्धा में दोनों भारतीय शूटर्स को उच्च स्तरीय स्पर्धा मिली। खान ने 150 में से 113 का स्कोर किया और वह 28वें स्थान पर रहे। वहीं बाजवा का स्कोर भी 150 में से 113 रहा और वह 30वें स्थान पर रहे। यह इवेंट दो दिन तक चला। पहले क्वालीफाइंग राउंड में प्रतियोगियों ने 25 के तीन राउंड पर शूट किया। दूसरे दिन में फिर 25-25 की दो सीरीज खेली गई।
गुरजोत करीबी अंतर से फाइनल में पहुंचने से चूके
भारतीय शूटर गुरजोत खानगुरा आईएसएसएफ शॉटगन विश्व कप में पुरुषों की स्कीट प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंचने से करीबी अंतर से चूके। क्वालीफिकेशन राउंड में भारतीय शूटर गुरजोत 10वें स्थान पर रहे। दो दमदार फाइनल क्वालीफिकेशन राउंड ऑफ 24 और 25 के बावजूद गुरजोत ने पांच राउंड के बाद अपना स्कोर 119 पहुंचाया और वह 10वें स्थान पर रहे।
चार शूटर्स का स्कोर 120 था, जिसमें से यूक्रेन के मिकोला मिलचेव ने शूट-ऑफ जीतकर छठे और निर्णायक क्वालीफाइंग स्पॉट हासिल किया और फिर आगे चलकर प्रतियोगिता जीती। मिलचेव ने फाइनल में 55 का स्कोर किया और वह डान जेसपर हांसेन से आगे रहे, जिन्होंने 52 का स्कोर किया। हांसेन 121 के स्कोर के साथ शीर्ष क्वालीफायर थे। कतर के राशिद हमाद ने ब्रॉन्ज मेडल जीता।
महिला स्कीट प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ भारतीय रहीं परिनाज धलीवाल, जिन्होंने 110 के स्कोर के साथ 16वां स्थान हासिल किया। गनेमत सेखोन ने 108 के स्कोर के साथ 23वें स्थान पर फिनिश किया जबकि कार्तिकी सिंह सख्तावत 107 के स्कोर के साथ 24वें स्थान पर रहीं। महिला स्कीट प्रतियोगिता की चैंपियन स्लोवाकिया की डांका बार्टेकोवा रहीं, जो 119 के स्कोर के साथ शीर्ष क्वालीफायर थीं। उन्होंने फाइनल में 55 का स्कोर करके गोल्ड जीता।