भारत की उभरती स्क्वॉश खिलाड़ी अनाहत सिंह ने अंडर-15 ब्रिटिश जूनियर ओपन का खिताब अपने नाम कर लिया है। 14 साल की अनाहत सिंह ने इंग्लैंड के बर्मिंघम में हुए इस टूर्नामेंट के फाइनल में मिस्त्र की सोहेला हाजेम को 3-1 से मात दी। अनाहत सिंह इससे पहले यहां अंडर-11 की चैंपियन रह चुकी हैं जबकि अंडर-13 के फाइनल में हारकर उपविजेता भी रही थीं।
अनाहत ने फाइनल मैच में सोहेला को 11-8, 8-11, 11-7, 11-5 से मात दी। एक गेम हारने के अलावा बाकि तीनों गेम में अनाहत की तेजी के आगे सोहेला ज्यादा कुछ नहीं कर पाई। अनाहत ने ब्रिटिश ओपन में इस बार कुल 4 मुकाबले खेले और केवल एक ही गेम (सेट) हारीं। ब्रिटिश जूनियर ओपन स्क्वॉश का आयोजन हर साल जनवरी में किया जाता है।
इस बार दो साल के अंतराल के बाद इस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। अनाहत पिछले साल बर्मिंघम में ही कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भाग लेकर सुर्खियों में आई थीं। अनाहत तब भारतीय दल की सबसे युवा खिलाड़ी थीं। अनाहत ने तब महिला सिंग्ल्स में पहले दौर का मैच जीत सभी प्रशंसकों की वाहवाही भी बटोरी थी।
बैडमिंटन से स्क्वॉश का सफर
13 मार्च 2008 को दिल्ली में जन्मीं अनाहत के पिता गुरशरण सिंह पेशे से वकील हैं, वहीं मां तानी सिंह इंटीरियर डिज़ाइनर हैं। लेकिन स्क्वॉश में कमाल कर रहीं अनाहत ने शुरुआती दिनों में बैडमिंटन में रुचि दिखाई। अनाहत बैडमिंटन खेलती भी थीं और पीवी सिंधू को अपना आदर्श भी मानती थीं। लेकिन फिर अपनी बड़ी बहन अमीरा को स्क्वॉश खेलता देख उन्होंने स्क्वॉश का रैकेट थामा। अनहत सिंह ने पूर्व में जूनियर डच ओपन और यूएस ओपन का खिताब भी जीता है। अनाहत जूनियर कैटेगरी में एशिया की टॉप खिलाड़ी हैं। अनाहत के कोच पूर्व भारतीय स्क्वॉश खिलाड़ी रित्विक भट्टाचार्य हैं जो 5 बार राष्ट्रीय चैंपियन रह चुके हैं।