मेलबर्न के रॉड लेवर एरेना में जापानी गर्ल नाओमी ओसाका ने ऑस्ट्रेलियन ओपन 2019 का वुमेंस सिंगल्स ख़िताब जीत लिया है। उन्होंने एक संघर्षपूर्ण मुक़ाबले में 2 बार की ग्रैंड स्लैम चैंपियन पेट्रा क्विटोवा को 7-6 (2), 5-7, 6-4 से हराया। 21 साल की नाओमी ने लगातार दूसरी बार ग्रैंड स्लैम अपने नाम किया है। इससे पहले साल 2018 में उन्होंने यूएस ओपन का ख़िताब जीता था। वो पहली जापानी खिलाड़ी हैं जिन्होंने ऑस्ट्रेलियन ओपन महिला सिंगल्स का ख़िताब अपने नाम किया है।
दर्शकों से खचाखच भरे स्टेडियम में पूर्व ऑस्ट्रेलियन ओपन चैंपियन ली ना मौजूद थीं। उन्होंने डाफ़ने एक्रस्ट ट्रॉफ़ी नाओमी ओसाका को सौंपी। ओसाका ने मज़ाकिया अंदाज़ में कहा कि, “मेरी स्पीच उनती ज़्यादा दमदार नहीं होती है, लेकिन उन्हें इस ट्रॉफ़ी को हासिल करते हुए काफ़ी ख़ुशी हो रही है”। उन्होंने पेट्रा क्विटोवा की तरफ़ मुड़कर देखा और तारीफ़ करते हुए कहा कि “पेट्रा के ख़िलाफ़ खेलना सम्मान की बात है, आप अद्भुत हैं”।
नाओमी का जन्म जापान के ओसाका शहर में हुआ था, उनकी मां जापानी और पिता हैटी देश के हैं। नाओमी स्वभाव से काफ़ी शर्मीली हैं और कम बोलना पसंद करतीं हैं। हांलाकि जब टेनिस कोर्ट में कदम रखतीं हैं तो उनका अंदाज़ काफ़ी आक्रामक हो जाता है। पिछले साल वो ग्रैंड स्लैम जीतने वाली दूसरी एशियाई खिलाड़ी बन गई थीं। इससे पहले चीन की ली ना ने 2 दफ़ा ग्रैंड स्लैम ख़िताब जीता था।
चेक रिपब्लिक की पेट्रा क्विटोवा रनर-अप ट्रॉफ़ी ग्रहण करते हुए काफ़ी भावुक दिखीं, उन्होंने दर्शकों और अपनी टीम के सदस्यों का शुक्रिया अदा किया। साल 2017 में क्विटोवा पर उनके घर में उन पर चाकू से हमला हुआ था। चोर ने चोरी के दौरान उन्हें घायल कर दिया, जिसमें उनके बाएं हाथ में चोट आई थी। चूकिं क्विटोवा बाएं हाथ से ही टेनिस खेलतीं हैं, ऐसे में वो कुछ वक़्त तक टेनिस कोर्ट से दूर रहीं थीं। उस घटना के बाद वो आज पहली बार ग्रैंड स्लैम फ़ाइनल खेल रहीं थीं।
लेखक- शारिक़ुल होदा