स्पेन के युवा टेनिस खिलाड़ी कार्लोस अल्कराज ने एटीपी 500 बार्सिलोना ओपन का खिताब अपने नाम कर लिया है। पांचवी वरीयता प्राप्त 18 वर्षीय इस खिलाड़ी ने आठवीं वरीयता प्राप्त हमवतन पाब्लो बुस्ता को आसानी से 6-3, 6-2 से मात दी और पहली बार इस प्रतिष्ठित खिताब पर कब्जा किया। कार्लोस का ये सीजन का तीसरा खिताब है। फरवरी में उन्होंने रियो ओपन अपने नाम किया, इसके बाद अप्रैल की शुरुआत में करियर का पहला एटीपी मास्टर्स टाइटल मियामी ओपन के रूप में जीता और अब अपने ही घर में बार्सिलोना ओपन चैंपियन बन गए हैं।
इस जीत के साथ ही कार्लोस एटीपी विश्व रैंकिंग में टॉप 10 में पहुंच गए हैं। वह फिलहाल 2 स्थान की छलांग के साथ 9वें नंबर पर हैं और साल 2005 में राफेल नडाल के बाद टॉप 10 में एंट्री लेने वाले दूसरे सबसे युवा खिलाड़ी बन गए हैं। खास बात ये है कि नडाल ने भी 2005 में 25 अप्रैल की तारीख को ही ये मुकाम बार्सिलोना ओपन जीतकर हासिल किया था और तब वह भी 18 साल के ही थे। ठीक एक साल पहले इस टूर्नामेंट में कार्लोस विश्व नंबर 119 के रूप में भाग ले रहे थे और पहले दौर में हारकर बाहर हो गए थे। ऐसे में एक साल बाद ही इस प्रतियोगिता का चैंपियन बनना बड़ी उपलब्धि है।
बार्सिलोना ओपन में 23 अप्रैल को कोई भी मैच खराब मौसम नहीं हो पाया था ऐसे में टूर्नामेंट का शेड्यूल काफी खराब हो गया था। इस कारण एक ही दिन खिलाड़ियों ने सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबले खेले। कार्लोस ने पहले सेमीफाइनल में 3 घंटे 40 मिनट चले मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के एलेक्स डि मिनोर को 6-7, 7-6, 6-4 से हराया। वहीं बुस्ता ने अर्जेंटीना के श्वॉर्ट्जमैन को 6-3, 6-4 से मात दी थी। बुस्ता के मुकाबले कार्लोस का मैच ज्यादा थकान भरा था और ऐसे में लग रहा था कि वो कुछ घंटे बाद होने वाले फाइनल में प्रदर्शन ठीक तरह नहीं कर पाएंगे। लेकिन कार्लोस ने बेहतरीन टेनिस दिखाई और आसानी से मैच अपने नाम किया।