विम्ब्लडन महिला सिंगल्स का खिताब कजाकिस्तान की ऐलिना रिबाकिना ने जीत लिया है। विश्व नंबर 23 रिबाकिना ने फाइनल में विश्व नंबर 2 ट्यूनिशिया की ओंस जेबूर को 3-6, 6-2, 6-2 से हराया और कोई भी ग्रैंड स्लैम जीतने वाली पहली कजाकिस्तानी खिलाड़ी बनीं। 23 साल की रिबाकिना का ये दूसरा विम्बल्डन है और पिछली बार वो चौथे दौर में हारकर बाहर हुईं थीं।
रिबाकिना और जेबूर, दोनों का ही ये पहला ग्रैंड स्लैम फाइनल था। पहले सेट में जेबूर ने दो बार रिबाकिना की सर्विस ब्रेक कर सेट अपने नाम किया। फैंस को लग रहा था कि जेबूर दूसरे सेट में ही मामला खत्म कर देंगी। लेकिन रिबाकिना ने शानदार वापसी कर दूसरे सेट की शुरुआत में ही जेबूर की सर्विस ब्रेक की और शानदार एस और रिटर्न के जरिए इसे जीता। तीसरे और निर्णायक सेट के छठे गेम में रिबाकिना ने सर्व ब्रेक की और जीत की तरफ कदम बढ़ाते हुए मैच अपने नाम किया।
रिबाकिना पिछले 11 सालों में महिला सिंगल्स का विम्बल्डन खिताब जीतने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी भी बन गई हैं। साल 2011 में 21 साल की उम्र में पेत्रा क्वितोवा ने ये खिताब जीता था।
खास बात ये है कि लगातार 5 बार से महिला सिंगल्स में नया चैंपियन मिल रहा है। साल 2017 में स्पेन की गार्बाइन मुगुरुजा चैंपियन बनीं, 2018 में जर्मनी की एंजेलिक कर्बर, 2019 में रोमानिया की सिमोना हालेप और साल 2021 में ऑस्ट्रेलिया की ऐश्ली बार्टी ने खिताब जीता। साल 2020 में कोविड के कारण प्रतियोगिता नहीं हो पाई थी। और इस बार रिबाकिना चैंपियन बनी हैं।
रिबाकिना के चैंपियन बनने पर एक और चर्चा जोरों पर है। दरअसल रिबाकिना मूल रूप से रूस की रहने वाली हैं, वो रूस की राजधानी मॉस्को में पैदा हुईं, वहीं टेनिस सीखा और रूस की नागरिक रहते कई मुकाबले भी खेले। रिबाकिना ने 4 साल पहले ही कजाकिस्तान की नागरिकता ली और रूसी टेनिस फेडरेशन की जगह कजाकिस्तानी फेडरेशन का प्रतिनिधित्व करने का फैसला किया। क्योंकि इस बार रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण विम्बल्डन आयोजकों ने रूसी खिलाड़ियों को विम्बल्डन में खेलने से रोक दिया था।