फ्रेंच ओपन महिला सिंगल्स के दूसरे दौर के मुकाबले के दौरान गुस्से में अपना रैकेट फेंकने के मामले में रोमानिया की खिलाड़ी आइरीना बेगु पर फ्रेंच टेनिस फेडरेशन ने पूरे 10 हजार अमेरिकी डॉलर का जुर्माना लगाया है। विश्व नंबर 63 खिलाड़ी बेगु ने टूर्नामेंट के पांचवे दिन एकतरीना एलेग्जेंड्रोवा के खिलाफ दूसरे दौर के मैच में एक अंक गंवाने के बाद गुस्से में जोर से अपना रैकेट जमीन पर पटका जो उछलकर तेजी से दर्शकों के बीच जा गिरा। इस हरकत ने वहां बैठे दर्शकों को इतना डरा दिया कि एक छोटा बच्चा जोर-जोर से रोने लगा।
चेयर अंपायर ने पुष्टि की थी कि रैकेट दर्शक दीर्घा में बैठे एक फैन को हल्के से लगा भी था, लेकिन तुरंत रूप से बेगु पर कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की गई। अब बेगु पर इस बर्ताव के लिए जुर्माना लगाया गया है।
हालांकि तीन सेट तक चले मैच में बेगु की जीत हुई और वो खुद उस रोते बच्चे के पास गईं और माफी मांगते हुए बच्चे के साथ तस्वीरें भी खिंचवाईं, लेकिन टेनिस कोर्ट पर की गई इस हरकत से किसी को गंभीर चोट भी आ सकती थी, और इसी का संज्ञान फेडरेशन ने लिया है। वैसे मैच के दौरान बेगु की इस हरकत के बाद उनकी विरोधी खिलाड़ी एलेग्जेंड्रोवा ने एक गेंद को दर्शकों के बीच शॉट लगाकर फेंका। एलेग्जेंड्रोवा के मुताबिक बेगु को कड़ी सजा मिलनी चाहिए थी लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
जोकोविच को मिली सजा, तो बेगु को क्यों नहीं
इस पूरे मामले के बाद कई फैंस ने सोशल मीडिया पर इस तरह की हरकतों के लिए तैयार मापदंडों पर सवाल उठाए। साल 2020 में यूएस ओपन के दौरान जब विश्व नंबर 1 नोवाक जोकोविच ने एक मैच में सामान्य रूप से गेंद को रैकेट से मारकर साइड में फेंका तो वो गलती से महिला लाइन जज को लग गई जिसके बाद जोकोविच को मैच से बाहर करते हुए टूर्नामेंट से बाहर कर दिया गया। ऐसे में बेगु की हरकत के बाद फैंस लगातार सवाल कर रहे हैं कि जब जोकोविच ने बिना गुस्से के हरकत की तो उन्हें बाहर कर दिया गया जबकि बेगु के खिलाफ कार्यवाही क्यों नहीं की गई।
इस मैच से दो दिन पहले पुरुष सिंगल्स के मैच में रूस के एंड्री रुब्लेव ने भी गुस्से में जोर से गेंद को फेंका जो कोर्ट में खड़े एक शख्स की टोपी पर लगकर दूर गिरी। एक-दो सेकेंड की देरी से गेंद उस व्यक्ति के चेहरे पर जोर से लग सकती थी। इस हरकत के बाद रुब्लेव को दर्शकों ने काफी बू भी किया था। लेकिन उन पर भी कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई। पिछले दिनों अलग-अलग टूर्नामेंट में जर्मनी के एलेग्जेंडर ज्वेरेव, ऑस्ट्रेलिया के निक किर्गियोस जैसे खिलाड़ियों ने भी कोर्ट पर गुस्सा दिखाते हुए हरकतें कीं, लेकिन किसी के भी खिलाफ कोई बड़ी कार्यवाही देखने को नहीं मिली।