दुनिया के सातवें नंबर के टेनिस खिलाड़ी रूस के एंड्री रुब्लेव ने दुबई ओपन का खिताब जीत लिया है। रुब्लेव ने फाइनल मुकाबले में क्वालीफायर जिरी वेसली को सीधे सेटों में 6-3, 6-4 से मात दी। रुब्लेव के करियर का ये 10वां एटीपी खिताब है। खास बात ये है कि पिछले साल 2021 में ये खिताब रूस के वाइल्ड कार्ड धारक खिलाड़ी असलान करात्सेव ने जीता था जिन्होंने सेमीफाइनल में रुब्लेव को मात दी थी। ऐसे में दूसरी बार लगातार रूस के ही किसी खिलाड़ी के नाम ये खिताब रहा है। यही नहीं वो इस खिताब के 30 साल के इतिहास में इसे जीतने वाले दूसरे रूसी खिलाड़ी भी हैं।
क्वार्टर-फाइनल में नोवाक जोकोविच को हराकर बाहर का रास्ता दिखाने वाले और विश्व नंबर 123 वेसली से फैंस धमाकेदार फाइनल की उम्मीद कर रहे थे लेकिन ऐसा कुछ दिखा नहीं। रुब्लेव ने मैच की शुरुआत से ही काफी अच्छी पकड़ बनाए रखी। रुब्लेव के 13 एस के मुकाबले वेसली सिर्फ 6 एस मार पाए तो वेसली ने 8 डबल फॉल्ट भी किए जबकि रुब्लेव ने सिर्फ 1 डबल फॉल्ट किया। पहला सेट 6-3 से जीतने के बाद दूसरे सेट में वेसली ने थोड़ी चुनौती दी लेकिन रुब्लेव ने इस सेट को भी 6-4 से अपने नाम कर लिया।
सेमीफाइनल मुकाबले में जीत के बाद रुब्लेव ने कैमरे पर No War Please लिखकर रूस के यूक्रेन हमले के खिलाफ दुनिया का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की थी। अपने ही देश की हरकत के खिलाफ लिखने पर दुनियाभर में फैंस ने रुब्लेव की काफी तारीफ की थी और खिताबी मुकाबले की प्रेजेंटेशन सेरेमनी के दौरान एरिना में मौजूद दर्शकों का समर्थन इस वजह से भी रुब्लेव के लिए खासतौर पर दिखाई दे रहा था। 24 साल के रुब्लेव के टेनिस करियर का ये 10वां एटीपी खिताब है। रुब्लेव ने पिछले साल टोक्यो ओलंपिक में मिक्स्ड डबल्स का गोल्ड भी जीता था।
पुरुष डबल्स के फाइनल में जर्मनी के टिम पट्ज और न्यूजीलैंड के माइकल वीनस की जोड़ी ने एक कड़े मुकाबले में पहली वरीयता प्राप्त क्रोएशिया के निकोला मेक्तिक और मेट पाविच की जोड़ी को हराया। चौथी वरीयता प्राप्त पट्ज और वीनस की जोड़ी ने मैच 6-3, 7-6, 16-14 से अपने नाम किया।