टेनिस के खेल में आमतौर पर प्रोफेशनल खिलाड़ी अपने टूर्नामेंट के परिणाम के आधार पर धनराशि कमाते हैं। इसके साथ ही प्रायोजकों के माध्यम से भी टॉप खिलाड़ियों की मोटी कमाई हो जाती है। लेकिन कम रैंकिंग के खिलाड़ियों को इस निश्चित धनराशि नहीं मिलती और इससे उनके करियर पर खासा असर पड़ता है। इसी को ध्यान में रखते हुए पुरुष टेनिस की गवर्निंग बॉडी एटीपी ने एक विशेष कार्यक्रम 'Baseline' की शुरुआत की है जिसके तहत खिलाड़ियों को वित्तीय सुरक्षा दी जाएगी।
इस कार्यक्रम के तहत सीजन में टॉप 250 की रैंकिंग में रहने वाले टेनिस सिंगल्स खिलाड़ियों के लिए एक निश्चित धनराशि न्यूनतम तनख्वाह के रूप में तय की जाएगी। यदि खिलाड़ी उस सीजन जो धनराशि बतौर प्राइज मनी कमाते हैं, वह न्यूनतम तन्ख्वाह से कम हुई, तो शेष धनराशि की भरपाई एटीपी करेगा। यह प्रक्रिया 2024 से लागू होगी। टॉप 100 रैंकिंग के खिलाड़ियों के लिए यह धनराशि 3 लाख अमेरिकी डॉलर यानी करीब 2.48 करोड़ रुपए रखी गई है। 101 से 175 रैंकिंग वाले खिलाड़ियों के लिए यह 1.50 लाख अमेरिकी डॉलर है जबकि 176 से 250 की रैंकिंग वाले खिलाड़ियों के लिए धनराशि 75 हजार अमेरिकी डॉलर है।
इसके साथ ही यदि कोई खिलाड़ी चोट के कारण सीजन में 9 से कम एटीपी टूर या चैलेंजर टूर टूर्नामेंट खेलता है, तो ऐसे में भी उसे निश्चित धनराशि दी जाएगी। यही नहीं, प्रोफेशनल टेनिस में आने वाले युवा खिलाड़ियों को टॉप 125 रैंकिंग में पहली बार शामिल होने पर भी विशेष आर्थिक सहायता दी जाएगी।
पूर्व विश्व नंबर 1 खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने खुद कई बार खिलाड़ियों की मदद के लिए एटीपी से कदम उठाने की बात कही थी। जोकोविच ने इसी साल फरवरी में दुबई ओपन के समय भी इस बात पर जोर दिया था कि जितने भी खिलाड़ी एटीपी, WTA, ITF के जरिए खेलते हैं, उन सभी को आर्थिक रूप से मजबूत किया जाना जरूरी है। एटीपी के नए कदम को इसी दिशा में सकारात्मक रूप में देखा जा रहा है। हालांकि फिलहाल केवल टॉप 250 खिलाड़ियों को ही सहायता मिलेगी, लेकिन माना जा रहा है कि कुछ ट्रायल सीजन के बाद इसका दायरा बढ़ाया जा सकता है।