राफेल नडाल ने रूस के डेनिल मेदवेदेव को सीधे सेटों में हराकर मेक्सिको ओपन के फाइनल में जगह पक्की कर ली है। दुनिया के नंबर 1 खिलाड़ी बनने जा रहे मेदवेदेव को विश्व नंबर 5 और सर्वाधिक ग्रैंड स्लैम विजेता नडाल ने 6-3, 6-3 से मात देकर पांचवी बार मेक्सिको ओपन के खिताबी मुकाबले में प्रवेश किया। कुछ ही हफ्तों पहले ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में मेदवेदेव को मात देते हुए अपना रिकॉर्ड 21वां ग्रैंड स्लैम जीता था। ऐसे में फैंस मेक्सिको ओपन के इस सेमीफाइनल के लिए खासे उत्साहित थे। नडाल और मेदवेदेव के बीच हुए 6 मुकाबलों में ये पांचवी बार है जब नडाल ने बाजी मारी हो। अब फाइनल में नडाल का सामना ब्रिटेन के कैमरून नॉरी से होगा जिन्होंने तीसरी वरीयता प्राप्त ग्रीस के सितसिपास को सीधे सेटों में 6-4, 6-4 से हराया।
ब्रेक प्वाइंट जीतने में नाकामयाब
ऑस्ट्रेलियन ओपन फाइनल की तरह ही इस मुकाबले में भी मेदवेदेव अपनी गलतियों और ब्रेक प्वाइंट न जीत पाने की वजह से मैच हारे। दूसरे सेट के छठे गेम में मेदवेदेव 3-2 से पीछे चल रहे थे, तब दोनों खिलाड़ी कई बार ड्यूस पर आए, लेकिन कई बार एडवांटेज मिलने के बाद भी मेदवेदेव गेम नहीं जीत पाए और न ही नडाल की सर्विस ब्रेक कर पाए। मेदवेदेव 11 में से एक भी बार ब्रेक प्वाइंट नहीं जीते जबकि नडाल ने 3 ब्रेक प्वाइंट कमाए। यही नहीं मेदवेदेव ने कुल 7 डबल फॉल्ट भी किए। ये इस साल नडाल की लगातार 14वीं सीजन है और उनके करियर की बेस्ट सीजन शुरुआत है।
दूसरे सेमीफाइनल में ब्रिटेन के 26 वर्षीय छठी वरीय कैमरन नॉरी और तीसरी वरीयता प्राप्त सितसिपास के बीच अच्छा मुकाबला देखने को मिला। सितसिपास ने सधा हुआ खेल जरूर खेला लेकिन कैमरन के आक्रामक शॉट्स का उनके पास कोई जवाब नहीं था। कैमरन ने मुकाबला 6-4, 6-4 से अपने नाम करते हुए पहली बार मेक्सिको ओपन के फाइनल में जगह बनाई। अपने करियर में कुल तीन एटीपी खिताब जीत चुके कैमरन फाइनल में नडाल को कड़ी चुनौती देते हुए जीतना चाहेंगे।
मेदवेदेव की हार, जोकोविच की किस्मत खराब
सर्बिया के नोवाक जोकोविच सोमवार को जारी होने वाली एटीपी रैंकिंग में दुनिया के नंबर 1 खिलाड़ी नहीं रहेंगे और डेनिल मेदवेदेव नंबर 1 बन जाएंगे। लेकिन मेदवेदेव की नडाल के हाथों हार इसलिए काफी रोचक है क्योंकि जोकोविच दुबई ओपन के क्वार्टर-फाइनल में क्वॉलीफायर के हाथों हारकर अपनी नंबर 1 की कुर्सी गंवा बैठे। अगर जोकोविच दुबई ओपन का खिताब जीत जाते और मेदवेदेव इसी तरह सेमीफाइनलमें हारते तो भी जोकोविच अपनी रैंकिंग को बचा लेते। जोकोविच के दुबई ओपन जीतने पर मेदवेदेव तभी नंबर 1 बन पाते अगर वो मेक्सिको ओपन जीतते। ऐसे में कई फैंस का मानना है कि जोकोविच काफी अनलकी रहे। हालांकि नडाल के खिलाफ हार के बाद मेदवेदेव ने जोकोविच की हार की वजह से नंबर 1 बनने के सवाल पर कहा कि उन्हें इससे फर्क नहीं पड़ता कि वो जोकविच के हारने की वजह से नंबर 1 बनेंगे।