रूस के एंड्री रुब्लेव ने मोंटे-कार्लो मास्टर्स एटीपी 1000 प्रतियोगिता का खिताब जीत लिया है। पांचवीं सीड रूब्लेव ने बेहद रोमांचक मैच में छठी सीड डेनमार्क के होल्गर रूने को 5-7, 6-2, 7-5 से हराते हुए अपने करियर का पहला मास्टर्स खिताब जीता। रुब्लेव इस खिताब को जीतने वाले पहले रूसी खिलाड़ी हैं।
पहला सेट 5-7 से हारने के बाद दूसरे सेट में रुब्लेव बेहद मजबूत दिखे और रूने को 6-2 से हराया। लेकिन तीसरे सेट की शुरुआत में एक समय रूब्लेव 0-3 से पीछे थे और फैंस को लग रहा था कि 19 वर्षीय होल्गर रूने खिताब जीत जाएंगे।
इसके बाद रूब्लेव ने पहला गेम जीत स्कोर 1-3 किया लेकिन रूने ने अगला गेम जीता और सेट 4-1 से उनकी तरफ झुक गया। इसके बाद रुब्लेव ने ब्रेक प्वाइंट बचाते हुए पहले स्कोर 5-5 से बराबर किया और फिर दो गेम लगातार जीत सेट 7-5 से अपने नाम किया। जीत के बाद रुब्लेव काफी भावुक हो गए और रोने लगे। उन्होंने कहा,
मेरी आंखों में आंसू हैं। मुझे सच में नहीं पता कि मैं क्या कहूं। मैं बेहद खुश हूं क्योंकि इतना संघर्ष करने के बाद आखिरकार मैंने एक मास्टर्स टाइटल जीत लिया है। जब मैं तीसरे सेट में 4-1 से पीछे था तो बिल्कुल उम्मीद नहीं थी कि यहां से वापसी मुमकिन होगी, लेकिन मैंने किसी तरह ये कारनामा कर दिखाया।
रुब्लेव ने इससे पहले साल 2021 में सिनसिनाटी मास्टर्स के फाइनल में ऐलेग्जेंडर ज्वेरेव के हाथों मात खाई थी जबकि उसी साल मोंटे-कार्लो मास्टर्स के फाइनल में स्टेफानोस सितसिपास के हाथों हारे थे। टेनिस की दुनिया में चारों ग्रैंड स्लैम और एटीपी फाइनल्स के बाद एटीपी 1000 मास्टर्स टूर्नामेंट ही सबसे बड़े माने जाते हैं, यही वजह है कि रुब्लेव के लिए यह खिताब इतना खास है।
वहीं रुब्लेव के हाथों हारने वाले रूने के करियर का यह दूसरा मास्टर्स फाइनल था। पिछले साल पेरिस मास्टर्स के खिताबी मैच में उन्होंने नोवाक जोकोविच को हराकर सभी को चौंका दिया था। फ्रांस में होने वाले मोंटे कार्लो मास्टर्स के फाइनल में रूने पहली बार पहुंचे थे। साल 2006 में आखिरी बार राफेल नडाल बतौर टीनएजर मोंटे-कार्लो के फाइनल में पहुंचे थे और उनके बाद 19 साल के रूने इस प्रतियोगिता का फाइनल खेलने वाले पहले टीनएज खिलाड़ी भी बने। इस फाइनल को खेलने के कारण रूने को टेनिस रैंकिंग में दो स्थान का फायदा हुआ है और वह फिलहाल विश्व नंबर 7 बन गए हैं।