भारत के टेनिस खिलाड़ी सुमित नागल ने 16 जनवरी के दिन साल के पहले ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन में इतिहास रच दिया। सुमित ने पुरुष एकल के पहले दौर में 31वीं सीड कजाकिस्तान के एलेग्जेंडर बुब्लिक को सीधे सेटों में मात दी। सुमित 35 सालों में किसी भी ग्रैंड स्लैम में वरीयता प्राप्त खिलाड़ी को मात देने वाले पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी हैं। लेकिन सुमित ने इस जीत के साथ सिर्फ दूसरे दौर में जगह नहीं बनाई है, बल्कि पूरे 98 लाख रूपए भी कमा लिए हैं।
बीते साल सितंबर में सुमित ने एक इंटरव्यू में बताया था कि एटीपी टूर के अंतर्गत होने वाले विभिन्न मुकाबलों में भाग लेने में और टेनिस की ट्रेनिंग के लिए हर महीने काफी धनराशि खर्च होती है। उन्हें मिलने वाली सारी सहायता राशि इसी में जाती है। तब सुमित ने बताया था कि उनके बैंक खाते में उस समय महज 900 यूरो यानी करीब 80 हजार रूपए ही थे।
इस खबर के बाहर आने के बाद खेल प्रेमियों के बीच काफी असहज स्थिति पैदा हुई थी क्योंकि सुमित सितंबर 2023 में भी भारत के नंबर 1 टेनिस सिंगल्स खिलाड़ी थे और उनकी ऐसी स्थिति होने की खबर कष्टदाई थी। लेकिन अब चार महीने बाद ही सुमित ने अपने खेल से कम से कम बैंक बैलेंस की स्थिति काफी अच्छी कर ली है।
सुमित को ऑस्ट्रेलियन ओपन के पहले दौर को जीतकर दूसरे दौर में पहुंचने के लिए कुल 1.80 लाख ऑस्ट्रेलियन डॉलर यानी करीब 98 लाख रुपए मिलना तय है। गौर करने वाली बात यह है कि सितंबर 2023 में सुमित ने जब अपने बैंक में कम धनराशि के बारे में इंटरव्यू दिया था, तब तक वह साल में इनामी राशि के रूप में 65 लाख रूपए कमा पाए थे, और यहां ऑस्ट्रेलियन ओपन 2024 में मुख्य ड्रॉ के पहले दौर की जीत के साथ ही उन्होंने पिछले साल की कमाई को पीछे छोड़ दिया है।
सुमित को काफी लंबे समय से आईओसीएल, महाराष्ट्र टेनिस एसोसिएशन और अन्य कई संस्थाएं सहायता दे रही हैं। टेनिस के खेल में अलग-अलग प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए खिलाड़ियों को यात्राओं, ट्रेनिंग, आदि के लिए काफी पैसे खर्च करने होते हैं। रैकेट समेत इनकी किट भी काफी महंगी आती है। इसके अलावा कोच की फीस आदि भी खिलाड़ियों की जेब पर भारी पड़ती है। फिलहाल उम्मीद है कि सुमित का प्रदर्शन देखते हुए जल्द ही देश की सरकार से सुमित को कुछ विशेष सहायता प्राप्त हो सकती है।