एक दिन पहले दुबई ओपन में सर्बिया के नोवाक जोकोविच को हराकर टेनिस की दुनिया में सनसनी मचाने वाले जिरी वेसली टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंच गए हैं। 28 साल के इस चेक गणराज्य के खिलाड़ी ने सेमीफाइनल में छठी वरीयता प्राप्त कनाडा के डेनिस शापोवालोव को कड़े मुकाबले में 6-7, 7-6, 7-6 से मात देते हुए अपने टेनिस करियर के सबसे बड़े फाइनल में जगह बनाने में कामयाबी हासिल की। वेसली ने टूर्नामेंट के क्वार्टर-फाइनल में नोवाक जोकोविच को सीधे सेटों में मात देकर न सिर्फ उन्हें टूर्नामेंट से बाहर किया था बल्कि नंबर 1 की कुर्सी भी छीन ली। ऐसे में सेमीफाइनल में छठी वरीयता प्राप्त शापोवालोव के खिलाफ जीत से वेसली ने साबित कर दिया है कि जोकोविच के खिलाफ उनकी जीत सिर्फ एक संयोग नहीं थी।
वेसली और शावोपालोव के बीच सेमीफाइनल मुकाबला बेहद रोमांचक रहा। करीब सवा तीन घंटे चले मैच में पहला सेट टाईब्रेक में 6-7 से हारने के बाद अगले दोनों सेटों में भी दोनों खिलाड़ियों ने पूरी जान लगा दी। वेसली ने जिस अंदाज में बाकी दोनों सेट जीते वो काफी शानदार रहा। वेसली पहली बार किसी एटीपी 500 स्तर के टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचे हैं जहां उनका सामना दुनिया के 7वें नंबर के टेनिस खिलाड़ी रूस के एंड्री रुब्लेव से होगा।
रुब्लेव ने जीता दिल, कहा युद्ध मत लड़ो
रुब्लेव ने दूसरे सेमीफाइनल में पांचवी वरीयता प्राप्त पोलैंड के ह्यूबर्ट हर्कग्ज को 3-6, 7-5, 7-6 से मात देकर पहली बार टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई है। जीत के बाद रुब्लेव ने कैमरे की ओर जाकर रूस की ओर से यूक्रेन पर किए गए हमले को लेकर No War Please लिखा और टेनिस प्रेमियों समेत दुनियाभर में युद्ध के खिलाफ बोल रहे फैंस का दिल जीत लिया।अपने करियर में 9 एटीपी सिंगल्स खिताब जीत चुके 24 साल के रुब्लेव पिछली बार टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में हमवतन क्वालीफायर असलान करात्सेव से हार गए थे जो आखिरकार फाइनल में विजेता भी बने थे। ऐसे में रुब्लेव फाइनल जीतते हुए खिताब अपने नाम करना चाहेंगे।