ट्यूनिशिया की ओंस जेबूर और कजाकिस्तान के ऐलेना रिबाकिना ने इतिहास रचते हुए विम्बल्डन के महिला सिंगल्स फाइनल में जगह बना ली है। दोनों खिलाड़ियों ने अपने-अपने सेमीफाइनल मुकाबले जीतकर ये मुकाम हासिल किया है। विश्व नंबर 2 जेबूर ने जहां जर्मनी की तात्याना मारिया को हराकर खिताबी मुकाबले में जगह बनाई तो रिबाकिना ने 2019 की चैंपियन सिमोना हालेप को सीधे सेटों में हराकर जीत दर्ज की। दोनों खिलाड़ी पहली बार फाइनल में पहुंची हैं और ऐसे में इस बार विम्बल्डन महिला सिंगल्स में नया विजेता मिलना तय हो गया है।
पहले सेमीफाइनल में 16वीं सीड रोमानिया की सिमोना हालेप का सामना 17वीं सीड रिबाकिना से हुआ। 30 साल की हालेप इस मैच में सबकी फेवरेट थीं, लेकिन रिबाकिना ने पहले सेट में ही हालेप की सर्विस ब्रेक कर अपने इरादे साफ कर दिए। पहला सेट 6-3 से जीतने के बाद दूसरे सेट में भी रिबाकिना का ही दम चला और उन्होंने ये सेट भी अपने नाम कर लिया। रिबाकिना पहली कजाकिस्तानी टेनिस खिलाड़ी हैं जो किसी भी ग्रैंड स्लैम के फाइनल में पहुंची हों। 23 साल की रिबाकिना 2015 के बाद फाइनल में पहुंचने वाली सबसे युवा खिलाड़ी हैं।
वहीं दूसरे सेमीफाइनल में ओंस जेबूर और तात्याना मारिया के बीच काफी कड़ी टक्कर देखने को मिली और तीन सेट तक मैच चला। जेबूर ने मुकाबला 6-2, 3-6, 6-1 से जीता लेकिन तात्याना का जज्बा और जोश स्टेडियम में मौजूद दर्शकों को खुश कर गया। जेबूर पहली अरब और पहली अफ्रीकी महिला खिलाड़ी हैं जो ग्रैंड स्लैम फाइनल खेलेंगी।
जेबूर और रिबाकिना ने आज तक कुल 3 बार एक-दूसरे का सामना किया है और इनमें से 1 बार जेबूर जीती हैं जबकि 1 बार रिबाकिना और 1 मुकाबले में रिबाकिना के बीच मैच हटने के कारण जेबूर को वॉकओवर मिला था। आखिरी बार दोनों का सामना अक्टूबर 2021 में शिकागो फॉल टेनिस क्लासिक में हुआ था जहां जेबूर को वॉकओवर मिला। विम्बल्डन महिला सिंगल्स का फाइनल शनिवार 9 जून को खेला जाएगा।