21 साल में पहली बार एटीपी रैंकिंग में टॉप 20 से बाहर हुए  रॉजर फेडरर

फेडरर आखिरी बार साल 2001 में टॉप 20 से बाहर थे।
फेडरर आखिरी बार साल 2001 में टॉप 20 से बाहर थे।

पूर्व विश्व नंबर 1 और इतिहास के महानतम टेनिस खिलाड़ियों में गिने जाने वाले रॉजर फेडरर 21 साल में पहली बार एटीपी रैंकिंग में टॉप 20 खिलाड़ियों की सूची से बाहर हो गए हैं। 20 ग्रैंड स्लैम जीत चुके स्विटजरलैंड के फेडरर ऑस्ट्रेलियन ओपन खत्म होने के बाद जारी हुई रैंकिंग में 13 स्थान खिसक कर 30वें नंबर पर पहुंच चुके हैं। वैक्सीनेशन और वीजा के कारण हुए घटनाक्रम की वजह से ऑस्ट्रेलियन ओपन में नहीं खेलने वाले नोवाक जोकोविच नंबर 1 पर बने हुए हैं। डेनिल मेदवेदेव दूसरे नंबर पर काबिज हैं जबकि ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में उन्हें हराकर अपना रिकॉर्ड 21वां ग्रैंड स्लैम जीतने वाले नडाल पांचवे नंबर पर बने हुए हैं। इटली के मतेओ बेरेत्तिनी इकलौते खिलाड़ी हैं जिन्होंने टॉप 10 के अंदर रैंकिंग में उछाल पाया है। बेरेत्तिनी 1 स्थान ऊपर छठे नंबर पर हैं जबकि एंड्री रुबलेव सातवें नंबर पर खिसक गए हैं।

और नीचे खिसक सकते हैं फेडरर

घुटने की चोट से जूझ रहे फेडरर ने पिछले साल विम्बल्डन में आखिरी बार शिरकत की थी। इसके बाद से ही वो कोर्ट से गायब हैं। फिलहाल अगले कुछ महीने वो कोर्ट पर और नहीं दिखेंगे ऐसे में उनकी रैंकिंग और गिर सकती है। आखिरी बार साल 2001 में फेडडर टॉप 20 से बाहर थे।

नडाल ने जोकोविच को बचाया

स्पेन के राफेल नडाल ने ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में रूस के डेनिल मेदवेदेव को हराकर जोकोविच की नंबर 1 की कुर्सी बचा ली। जोकोविच के फिलहाल 11,015 अंक हैं और ये बतौर नंबर 1 उनका 358वां हफ्ता है। दूसरे नंबर पर मौजूद मेदवेदेव के कुल 10,125 अंक हैं। मेदवेदेव अगर फाइनल जीत जाते तो नंबर 1 की कुर्सी के बेहद करीब होते। फिलहाल आने वाले दिनों में होने वाले टूर्नामेंट्स पर निर्भर करेगा कि मेदवेदेव नंबर 1 बन पाते हैं या नहीं।

भारत की बात करें तो रामकुमार रामनाथन विश्व नंबर 182 के पायदान पर बने हुए हैं और शीर्ष रैंकिंग वाले भारतीय पुरुष टेनिस खिलाड़ी हैं। सुमित नागल 222वें स्थान पर हैं। डबल्स में रोहन बोपन्ना शीर्ष रैंकिंग वाले भारतीय खिलाड़ी हैं जो 43वें नंबर पर हैं। वहीं रामकुमार रामनाथन यहां पर 109वें नंबर पर हैं।